नई दिल्ली: कोरोना वायरस के JN.1 वेरिएंट का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. भारत में JN.1 वेरिएंट के 24 घंटों में 529 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 5 लोगों की मौत की पुष्टी हुई है. इलाज के लिए मरीजों की संख्या 4,093 दर्ज की गई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी. बुधवार को JN.1 वेरिएंट के गुजरात में 36, कर्नाटक में 34, गोवा में 14, महाराष्ट्र में 9, केरल में 6, राजस्थान और तमिलनाडु में 4-4 और तेलंगाना में 2 मामले सामने आए. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यादातर मरीजों ने अपने को घर में ही क्वारंटाइन किया हुआ है.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे आए आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के संक्रमण से 3 लोगों की मौत हुई है. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोविड-19 से कर्नाटक में दो और गुजरात में एक मरीज की मौत हुई है. ठंड और कोरोना वायरस के नए उपस्वरूप के कारण हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में तेजी आई है.
वहीं, दिल्ली में बुधवार को नए वेरिएंट का पहला मामला दर्ज किया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि हालांकि मामले बढ़े हैं, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के मामले कम हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के हैं.

JN.1 वेरिएंट को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, WHO की पूर्व वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने जनता को आश्वस्त किया. ANI के साथ एक साक्षात्कार में, स्वामीनाथन ने कहा कि तत्काल घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, “हमें सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि हमारे पास यह सुझाव देने के लिए कोई डेटा नहीं है कि यह वेरिएंट JN.1 अधिक गंभीर है या नहीं, क्या यह अधिक मृत्यु का कारण बनने वाला है. मुझे लगता है कि हमें इससे बचने के उपाय को खोजने की जरूरत है. यह ओमीक्रॉन के परिवार का है, और हम पहले के वैरिएंट से परिचित हैं.”
.
Tags: Coronavirus, Covid19
FIRST PUBLISHED : December 28, 2023, 07:56 IST