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बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में चल रही द्वितीय चरण की शिक्षक काउंसिलिंग में कई अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट पर संदेह होने से उनकी कांसिलिंग रोकी गई है। डीईओ अजय कुमार सिंह ने बताया अब तक 20 से अधिक सर्टिफिकेट को होल्ड पर रखा गया है। बताया कि अभयर्थियों का चयन जिस विषय में हुआ है, एसटीईटी परीक्षा में वह उनका विषय नहीं था। जैसे कॉमर्स के अभ्यर्थी का चयन सोशल साइंस में हुआ है, जबकि विभाग का निर्देश था कि जो अभ्यर्थी एसटीईटी जिस विषय में पास होंगे, उसी विषय की परीक्षा में शामिल होंगे।
उधर , 9वीं और 10वीं कक्षा के लिए काउंसिलिंग में मूल एडमिट कार्ड की जगह फोटो कॉपी लाने पर अभ्यर्थियों को लौटा दिया गया। डीईओ ने बताया कि छठी से 8वीं के साथ नौवीं और 10वीं की काउंसिलिंग भी शुरू हो गई है। छठी से 8वीं तक की काउंसिलिंग में कई अभ्यर्थियों का सीटेट का सर्टिफिकेट बिना वाटर मार्क का मिला। ऐसे अभ्यर्थियों के सीटेट सर्टिफिकेट को अलग रखा गया है। उनके रोल नंबर से शिक्षा विभाग सीटेट सर्टिफिकेट की जांच करेगा। जांच के बाद ही इन अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कराई जायेगी। छठी से 8वीं तक में बुधवार को 725 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई, जबकि 774 की काउंसिलिंग बाकी रह गई है। कुल 1499 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग होनी थी। नौवीं और 10वीं में 348 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई।
बिहार शिक्षक भर्ती : BPSC TRE में एससी-एसटी वर्ग के 3115 अभ्यर्थी पास
आज काउंसिलिंग केंद्र पर आयेंगे केके पाठक
अपर मुख्य सचिव केके पाठक गुरुवार को मुजफ्फरपुर आएंगे। शाम चार बजे शिक्षा विभाग के कार्यालय में, काउंसिलिंग कैम्प के साथ रामबाग टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में भी निरीक्षण के लिए जाएंगे।