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चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय सहित देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्राइवेट मोड में जारी यूजी-पीजी कोर्स पर यूजीसी मुहर लगाने की तैयारी में है। प्राइवेट मोड में शिक्षा के लिए यूजीसी की टॉस्क फोर्स छात्र-छात्राओं सहित विश्वविद्यालय स्तर पर अनेक बिंदुओं पर अध्ययन कर रही है। इसी क्रम में यूजीसी ने प्राइवेट विद्यार्थियों से गूगल फॉर्म से फीडबैक मांगी है। प्राइवेट छात्रों को 20 मार्च को पेपर देने के बाद इस गूगल फॉर्म को भरते हुए अपनी फीडबैक देनी होगी। विश्वविद्यालय ने सभी केंद्रों से पेपर के बाद प्राइवेट विद्यार्थियों से उक्त फीडबैक फॉर्म को भरवाने के निर्देश दिए हैं। विश्वविद्यालय ने लिंक वेबसाइट पर शेयर कर दिया है।
सर्वे में ये हैं प्रमुख सवाल:
यूजीसी ने गूगल फॉर्म पर जिन सवालों को दर्ज किया है, उसमें परीक्षा की कठिनाई का स्तर, जारी प्रोग्राम के अनुभव, रेगुलर, मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा के स्थान पर प्राइवेट में पढ़ाई का कारण, क्या आप दूसरों को प्राइवेट शिक्षा के लिए कहेंगे प्रमुख हैं। प्राइवेट में पढ़ाई करने के सवालों के साथ कुछ अन्य विकल्प भी जोड़े गए हैं, जिसमें फीस कम होना, उपस्थिति की बाध्यता नहीं होना, रेगुलर में प्रवेश नहीं मिल पाना, घर के पास कोई संस्थान का नहीं होना, परिजनों द्वारा रेगुलर कोर्स में प्रवेश नहीं दिलाना, रोज आने-जाने में दिक्कत होना, कोई जॉब करना, गृहिणी होने के चलते रेगुलर कोर्स में पढ़ाई संभव नहीं होना, शामिल हैं। सभी सवालों में छात्रों को केवल एक विकल्प चुनते हुए फॉर्म सब्मिट करना होगा।
टास्क फोर्स की रिपोर्ट पर टिकी नजरें
विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, अंतिम निर्णय टास्क फोर्स की रिपोर्ट पर होगा। यूजीसी प्राइवेट मोड में विभिन्न विश्वविद्यालय में जारी पढ़ाई को व्यवस्थित करते हुए नियम बनाने पर विचार कर रही है। अभी तक विश्वविद्यालय में प्राइवेट मोड में जारी पढ़ाई पर यूजीसी का अधिकृत पक्ष नहीं है। विश्वविद्यालय अपने स्तर से प्राइवेट मोड में यूजी-पीजी की डिग्री करा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार यूजीसी के प्राइवेट मोड में जारी पढ़ाई को व्यवस्थित करने से देशभर के करोड़ों विद्यार्थियों को ना केवल फायदा होगा बल्कि भविष्य में पढ़ाई करने का एक अधिकृत नया माध्यम भी खुल जाएगा। अभी तक अधिकृत माध्यमों में रेगुलर तथा मुक्त एवं दूरस्थ माध्यम शामिल हैं। अधिकारियों के अनुसार नई व्यवस्था में यूजीसी प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए हफ्ते में एक दिन ऑनलाइन या ऑफलाइन क्लास, असाइनमेंट की बाध्यता कर सकती है।
छात्रों को नहीं देनी होगी फीस, समायोजित होगी
विश्वविद्यालय ने दो सेमेस्टर एक साथ भरते हुए पहले ही फीस जमा कर चुके छात्रों को राहत दी है। रजिस्ट्रार धीरेंद्र वर्मा के अनुसार विषम सेमेस्टर के साथ जिन छात्रों ने बैक का भी फॉर्म भर दिया था, ऐसे करीब 22 सौ विद्यार्थी हैं। विश्वविद्यालय के पास इन सबका डाटा है। ऐसे सभी छात्रों से छठे सेमेस्टर की फीस नहीं ली जाएगी। कंपनी को ऐसे छात्रों से फीस नहीं लेने के निर्देश दे दिए गए हैं। एक साथ दो सेमेस्टर के फॉर्म भरने पर विश्वविद्यालय ने एक को निरस्त करते हुए फीस समायोजित करने के आदेश दिए थे।
विश्वविद्यालय ने जारी किए रिजल्ट
विश्वविद्यालय ने एलएलबी तृतीय सेमेस्टर, जनसंचार एवं मनोविज्ञान में प्री-पीएचडी कोर्स वर्क का परिणाम जारी कर दिया है। छात्र आज से विश्वविद्यालय वेबसाइट से परिणाम देख सकते हैं।
एमबीबीएस की उत्तर कुंजी जारी
विश्वविद्यालय ने एमबीबीएस पुख्य एवं सप्लीमेंट्री परीक्षा की विभिन्न पेपर कोड की उत्तर कुंजी जारी कर दी हैं। विश्वविद्यालय के अनुसार यदि छात्रों को उत्तर कुंजी पर कोई आपत्ति है तो वह 21 मार्च की रात 12 बजे तक दर्ज करा सकते हैं। इसके बाद छात्रों की आपत्तियों पर कोई विचार नहीं होगा।