Wednesday, June 18, 2025
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CISF की वर्दी पहनकर झाड़ता था रौब! OLX पर करता डील, एक दिन पुलिस से हुआ सामना तो खुल गया राज


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दिल्ली पुलिस ने OLX धोखाधड़ी के एक मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों शख्स 21 और 26 साल का है. दोनों शख्स सेकंड हैंड सामान बेचने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठग रहा था.

CISF की वर्दी पहनकर झाड़ता था रौब! OLX पर करता डील, एक दिन खुल गया राज

दिल्ली पुलिस दो साइबर ठग को गिरफ्तार किया है.

नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने OLX धोखाधड़ी के एक मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों शख्स 21 और 26 साल का है. दोनों की कारगुजारियां सुनकर दिल्ली पुलिस भी हैरान है. राजधानी दिल्ली के पॉश इलाकों के लोगों को दोनों शख्स ओलेक्स के नाम पर हर दिन लाखों रुपये का चूना लगा रहा था. लेकिन, एक दिन दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम पुलिस को ऐसा क्लू हाथ लगा, जिससे दोनों गिरफ्त में आ गया. दोनों की गिरफ्तार के लिए दिल्ली पुलिस की टीम बीते सितंबर महीने से ही लगी हुई थी. लेकिन, आखिरकार चार महीने के बाद मोबाइल के एक नंबर ने दोनों का राज खोल दिया.

24 सितंबर 2024 को डेन्ज़िल मैथ्यूज नाम के एक शख्स ने दिल्ली पुलिस के वेबसाइट पर साइबर फ्रॉड का मामला दर्ज कराया था. वसंत कुंज का यह शख्स ने अपने शिकायत में आरोप लगाया कि एक जालसाज ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए उनके पिता से संपर्क किया. वह शख्स CISF का वर्दी पहन रखा था. उस शख्स ने बताया कि उसका ट्रांसफर जम्मू हो गया है और वह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म OLX पर टीवी, अलमारी, एयर कंडीशनर आदि जैसे सेकेंड हैंड सामान बेच रहा था. अज्ञात व्यक्ति ने उनके पिता के साथ एक फोन नंबर साझा किया.

उस शख्स ने उस नंबर पर भुगतान करने का निर्देश दिया. उनके पिता ने बाद में सामान ले जाने वाले CISF ट्रक की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए 14,000 और 7,000 ट्रांसफर कर दिए. जालसाज ने उन्हें आश्वासन दिया कि भुगतान पांच मिनट के भीतर वापस कर दिया जाएगा. दिल्ली पुलिस ने पीड़िते के शिकायत पर पीएस साइबर, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.

साइबर पुलिस ने इस मामले की तकनीकी जांच के दौरान शिकायतकर्ता द्वारा दिए गए विवरणों का गहन विश्लेषण किया गया और ओएलएक्स विज्ञापनों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निगरानी रखी गई. आगे की जांच जालसाजों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों पर केंद्रित थी. उन्नत तकनीकी जांच और निगरानी के माध्यम से संदिग्ध मोबाइल नंबरों का अंतिम ज्ञात स्थान गोकुलपुरी, उत्तर पूर्वी दिल्ली में पाया गया. दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सब-इंस्पेक्टर चंद्रशेखर के नेतृत्व में पुलिस की टीम आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई और आरोपियों को पकड़ लिया गया. दिल्ली पुलिस ने 26 साल के गंगा सरन उर्फ ​​सागर और 21 साल के साहिल को गिरफ्तार किया है. दोनों के पास से 4 स्मार्ट फोन औक 28 सिम कार्ड बरामद किए हैं.

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