चंडीगढ़. किसानों के दिल्ली कूच को लेकर किसान नेता कल ऐलान करेंगे. आज किसान नेताओं ने बैठक की. किसान नेता कल बताएंगे कि आगे की क्या रणनीति रहेगी. राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च 13 फरवरी को रोके जाने के बाद से किसानों की भीड़ हरियाणा से लगती पंजाब की खनौरी और शंभू सीमाओं पर खुले आसमान के नीचे डेरा डाले हुए है. पंधेर ने कहा है कि वह 29 फरवरी को अपनी अगली कार्रवाई की घोषणा करेंगे.
वहीं आंदोलनकारी किसानों ने अपनी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी तथा अन्य मांगों के समर्थन में पंजाब और हरियाणा की अंतरराज्यीय सीमाओं पर कैंडललाइट मार्च निकाला. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद भी उनका विरोध जारी रह सकता है.
वहीं दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ही हरियाणा से लगे सिंघू और टीकरी बार्डर पर सर्विस लेन खोल दीं. किसानों के दिल्ली चलो मार्च के मद्देनजर दो हफ्ते पहले ये सर्विस लेन बंद कर दी गई थीं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘हम शनिवार से सिंघू और टिकरी बार्डर पर सर्विस लेन खोलने की प्रक्रिया में जुटे थे. इससे स्थानीय लोगों को आवागमन में समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा.’ अधिकारी ने कहा कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती के माध्यम से चौबीस घंटे कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जाएगी. अधिकारी ने कहा कि ‘इस प्रक्रिया में समय लगा क्योंकि वे अवरोधक कंक्रीट से बने थे. इन लेन के खुलने से यह सुनिश्चित होगा कि वाहनचालक अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकेंगे.’
हम पक्ष में नहीं…किसान नेताओं में खुलकर सामने आई फूट! इस संगठन ने ‘दिल्ली चलो’ से बनाई दूरी

संयुक्त किसान मोर्चा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अपनी मांगों को स्वीकार कराने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है. खनौरी में हुई झड़प में एक आंदोलनकारी की मौत और लगभग 12 पुलिस कर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने दो दिनों के लिए कूच रोक दिया.
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FIRST PUBLISHED : February 28, 2024, 20:32 IST