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गोपालगंज का रहने वाला दीपू.घर की आर्थिक स्थिति देख काम के लिए बेंगलुरु गया था. होली के जश्न के बाद दो ग्रुप में आपसी विवाद हो गया, जिसके बाद मामला इतना बढ़ गया कि उसकी जान चली गई.

बेंगलुरु में गोपालगंज के तीन युवकों की हत्या
हाइलाइट्स
- होली के जश्न में गोपालगंज के तीन युवकों की हत्या.
- मृतक दीपू कुमार बेंगलुरु में काम सीखने गया था.
- हत्या का कारण गवाह न बनने देना बताया गया.
गोपालगंज. होली के जश्न में आपसी विवाद में हुए ट्रिपल मर्डर में गोपालगंज जिले के तीन युवकों की हत्या हो गई है. मृतकों में थावे थाना क्षेत्र का मठ गौतम गांव के निवासी ओमप्रकाश साह के पुत्र दीपू कुमार, पिठौरी गांव के रामाधार यादव का पुत्र राधेश्याम यादव और द्वारिका राम का पुत्र अंशु राम शामिल है. लोकल-18 की टीम सोमवार थावे थाना क्षेत्र के मठ गौतम गांव में मृतक दीपू कुमार के दरवाजे पर पहुंचे. वहां अभी शव नहीं आया था. परिवार में कोहराम मचा हुआ था.
घर में बेसुध पड़ी मां सुनीता देवी ने रोते हुए बताया कि घर की गरीबी छूट जाए इसके लिए बेटे को बेंगलुरु में प्लंबर का काम सीखने भेज दिया. उधर से हत्या की खबर आई. घर की परेशानी तो दूर हुई नहीं अब बेटे से भी हाथ धो लिया. उनका कहना था कि 15 मार्च को शाम 4:00 बजे तक बेटे से बात हुई उसके बाद से बातचीत बंद हो गई. बाद में पुलिस के द्वारा मौत की सूचना दी गई.
इसी साल दी थी इंटर की परीक्षा
बड़े भाई विवेक ने बताया कि दीपू ने इसी साल इंटरमीडिएट की परीक्षा दी. गांव के बच्चे के साथ भाई बिगड़े नहीं इसलिए परीक्षा के बाद दो मार्च को उसे बेंगलुरु भेज दिया, ताकि वहां कुछ काम सीख लेगा. लेकिन ऐसी घटना हो गई की पूरा परिवार टूट गया है.
गवाह न बने इसलिए की हत्या
मृतक दीपू की मां ने बताया कि कातिलों से डर के बेटा उस बिल्डिंग के पांच तल्ले से भाग कर दो तल्ले पर आया और चिल्लाता रहा पर कातिलों को दया नहीं आई और बेटे को दौड़ा कर मार दिया. मृतक के चाचा ने बताया कि हत्या करने वाले युवकों से दीूप का कोई विवाद नहीं था. अन्य दो युवकों के मर्डर के बाद दीपू इस घटना का गवाह न बने, इसलिए उसकी भी हत्या कर दी.
March 18, 2025, 12:22 IST