अगर आप घर की छत, बालकनी या खिड़की के पास हरियाली चाहते हैं और साथ ही फ्रेश सब्जियों का स्वाद भी लेना चाहते हैं, तो चेरी टमाटर की खेती आपके लिए शानदार विकल्प हो सकता है. छोटे-छोटे, लाल और रस से भरे चेरी टमाटर न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि दिखने में भी बेहद आकर्षक लगते हैं. साथ ही, ये सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद हैं.
चेरी टमाटर उगाने के लिए न आपको खेत चाहिए, न बड़ा बगीचा. सिर्फ एक 12 से 14 इंच का गमला काफी है, जिसमें नीचे पानी निकासी के लिए छेद हों. मिट्टी तैयार करते समय इसमें गोबर की खाद, कोकोपीट और थोड़ी रेत मिलाएं, जिससे यह हल्की और पोषक हो जाए. बीज आपको नजदीकी नर्सरी या ऑनलाइन आसानी से मिल जाएंगे.
यह भी पढ़ें: अब तक शामिल नहीं हो सके किसानों को मिलेगा पीएम किसान सम्मान निधि का फायदा, पिछली किस्तें भी दी जाएंगी!
धूप, पानी और प्यार
चेरी टमाटर के पौधे को दिन में कम से कम 5–6 घंटे की सीधी धूप चाहिए होती है. गमले को ऐसी जगह रखें जहां सूरज की रोशनी भरपूर आती हो. पानी उतना ही दें जितनी जरूरत हो, ना ज्यादा, ना कम. मिट्टी हल्की नमी वाली बनी रहनी चाहिए. सप्ताह में एक बार तरल जैविक खाद देने से पौधा तेजी से बढ़ेगा.
कब और कैसे बोएं बीज?
बीज बोने का सबसे अच्छा समय फरवरी से अप्रैल के बीच होता है, लेकिन आप साल के अन्य महीनों में भी ट्राय कर सकते हैं. बीज अंकुरित होने में 5 से 10 दिन का समय लेते हैं और लगभग 60 से 70 दिनों के अंदर पौधा फल देने लगता है. एक पौधा करीब 20–40 छोटे-छोटे चेरी टमाटर दे सकता है.
यह भी पढ़ें-
मध्यप्रदेश के किसानों को एक लीटर दूध पर मिलेगा पांच रुपये बोनस, जानें किन किसानों को होगा फायदा?
चेरी टमाटर खाने के फायदे भी खूब
चेरी टमाटर में विटामिन C, लाइकोपीन और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने, त्वचा निखारने और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं. जब आप इन्हें खुद उगाते हैं, तो बाजार की तरह कीटनाशक और कैमिकल्स से भी बचते हैं.