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अगर आप उनमें से हैं, जो देश के बाहर विदेश में नौकरी करना चाहते हैं तो पहले आपको कुछ जरूरी जानकारी के बारे में जान लेना चाहिए, क्योंकि बेहतर मौके और बेहतर सैलरी की तलाश में विदेश में नौकरी लेना और करना आसान नहीं है, इस दौरान कई लोग धोखाधड़ी के शिकार भी हो सकते हैं। आए दिन विदेश में होने वाली भर्ती से जुड़े धोखाधड़ी के कई मामले सामने आते रहते हैं, ऐसे में सतर्क रहने की आवश्यकता है। आइए जानते हैं विदेश में नौकरी लेने से पहले किन बातों का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी है।
सबसे पहले हम आपको बता देंस, जब एक युवा विदेश में नौकरी चाहता है, तो कुछ लोग उन्हें अपना निशाना बनाते हैं, और अक्सर विभिन्न वादों के बदले में बड़ी रकम की मांग करते हैं। अफसोस की बात है कि युवाओं के पैसे चले जाते हैं और उनके हाथ कुछ नहीं लगता।
हाल ही में एक घटना हुई, जिसमें विदेश में नौकरी पाने के लिए कई भारतीय युवाओं के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया। जिसमें कई भारतीयों को रूस में अट्रैक्टिव सैलरी पैकेज के नाम पर नौकरी ऑफर की गई थी, लेकिन जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें रूसी सेना में शामिल होने के लिए मजबूर किया गया और युद्ध में शामिल होने के लिए यूक्रेन सीमा पर तैनात किया गया। आपको बता दें, सिर्फ ये मामला ही नहीं, बल्कि विदेश में नौकरी को लेकर हो रहे फर्जीवाड़े के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसी तरह की धोखाधड़ी अधिक मामलों को देखते हुए, विदेश मंत्रालय ने दिसंबर 2023 में एडवाइजरी जारी की, जिसमें अपंजीकृत(unregistered) भर्ती एजेंट्स की ओर से शोषण की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ चेतावनी दी गई है। एडवाइजरी में फर्जी नौकरी ऑफर के शिकार होने से बचने के कुछ बातें बताई गई है। आइए जानते हैं।
1- एजेंट का रजिस्ट्रेशन नंबर- जो युवा नौकरी चाहते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे नौकरी के संबंध में उनसे संपर्क करने वाले किसी भी एजेंट के रजिस्ट्रेशन नंबर को वेरिफाई करें। यरजिस्ट्रेशन नंबर को वेरिफाई भारत सरकार की वेबसाइट emigrate.gov.in के माध्यम से किया जा सकता है। यहां ऑथेटिंक एजेंट्स के रजिस्ट्रेशन नंबर की लिस्ट दी गई है।
2- पैसे की मांग- 1983 के आव्रजन अधिनियम के तहत, एजेंट्स आवेदकों से अधिकतम 30,000 रुपये की मांग कर सकते हैं। अगर कोई एजेंट्स इससे अधिक पैसे की मांग करते हैं तो समझ लीजिए कुछ तो गड़बड़ है।
3- ऑफर लेटर वेरिफिकेशन- जब नौकरी मिल जाती है, तो उम्मीदवारों को ऑफर लेटर दे दिया जाता है, लेकिन इसे लेकर खुशी मनाने से पहले लेटर को वेरिफाई करना जरूरी है। विदेश मंत्रालय की सलाह के अनुसार, ऑफर लेटर में नौकरी के नियमों और शर्तों के साथ-साथ सैलरी और एंप्लॉय कॉन्ट्रैक्ट डिटेल्स शामिल होनी चाहिए। अगर ऐसा कुछ नहीं है, तो समझ लीजिए ऑफर लेटर फर्जी हो सकता है।