Thursday, June 26, 2025
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interesting facts about Mahatma Gandhi history know bapu Gandhiji life गांधी जी के सुभाष चंद्र बोस से क्यों थे मतभेद, किसने कहा राष्ट्रपिता व महात्मा, गांधी जयंती पर जानें 20 रोचक बातें, करियर न्यूज़


Gandhi Jayanti , Interesting Facts About Mahatma Gandhi Life : आज 2 अक्टूबर को पूरा देश गांधी जयंती मना रहा है। यह बापू की 155वीं जयंती है। सत्य और अंहिसा के पुजारी महात्मा गंधी के के सम्मान में संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित कर रखा है। ऐसे में पूरी दुनिया इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के तौर पर भी मनाती है। गांधी जी ने बिना हथियार उठाए सत्याग्रह के दम पर ब्रिटिश हुकूमत को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। यह बात सही है कि गांधी जी भारत की आजादी की लड़ाई में 1915 से सक्रिय हुए। और आजादी की जंग उसके कई दशकों पहले से चल रही थी। लेकिन गांधी जी की एंट्री ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में जबरदस्त जान फूंकी। 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर मेंजन्मे महात्मा गांधी की अहिंसक नीतियों, नैतिक आधारों, अद्भुत नेतृत्व क्षमता ने और अधिक लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा। उन्होंने सभी धर्मों को एकसमान मानने, सभी भाषाओं का सम्मान करने, पुरुषों और महिलाओं को बराबर का दर्जा देने और दलितों-गैर दलितों के बीच की युगों से चली आ रही खाई को पाटने पर जोर दिया।

यहां पढ़ें गांधी जी के जीवन से जुड़े रोचक तथ्य:

1. गांधी जी के सुभाष चंद्र बोस से क्यों हो गए थे मतभेद

महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद थे हालांकि दोनों ने एक दूसरे का सम्मान किया। दरअसल बापू और नेताजी का मकसद एक था लेकिन विचारधाराएं अलग अलग थी। गांधी अहिंसा और सत्याग्रह में दृढ़ विश्वास रखते थे, जबकि बोस के लिए गांधी की अहिंसा पर आधारित रणनीति भारत की स्वतंत्रता हासिल करने के लिए काफी नहीं थी। बोस के लिए, केवल हिंसक प्रतिरोध व सशक्त क्रांति से ही विदेशी साम्राज्यवादी शासन को भारत से बाहर कर सकता था। इसके अलावा भगत सिंह को न बचा पाने पर नेताजी गांधी जी और कांग्रेस से नाराज हो गए थे।

फिर जब 1939 में नेताजी गांधीजी द्वारा समर्थित उम्मीदवार पट्टाभि सीतारमैया को हराकर कांग्रेस अध्यक्ष बन गए थे। गांधीजी ने इसका विरोध किया था। इस पर गांधी और बोस के बीच अनबन बढ़ गई। करीब डेढ़ महीने बाद नेताजी ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था।

भारत के आक्रमण के प्रयास के दौरान आजाद हिंद फौज की दो ब्रिगेडों के नाम गांधी और नेहरू का नाम दिया जाना नेताजी की इन नेताओं के बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि थी।

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2- स्कूल में गांधी जी अंग्रेजी में अच्छे विद्यार्थी थे, जबकि गणित में औसत व भूगोल में कमजोर छात्र थे। उनकी हैंडराइटिंग बहुत सुंदर थी।

3. कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने गांधीजी को महात्मा की उपाधि दी थी।

4- महात्मा गांधी को पहली बार सुभाष चंद्र बोस ने ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था। 4 जून 1944 को सिंगापुर रेडिया से एक संदेश प्रसारित करते हुए ‘राष्ट्रपिता’ महात्मा गांधी कहा था।

5- महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन, मार्टिन लूथर किंग, नेल्सन मंडेला,लेखक लियो टॉल्सटॉय, आंग सान सू की जैसी विश्व प्रसिद्ध हस्तियां गांधी जी के विचारों से काफी प्रभावित थे। आइंस्टीन ने कहा था कि लोगों को यकीन नहीं होगा कि कभी ऐसा इंसान भी इस धरती पर आया था। वहीं मंडेला ने गांधीजी से काफी कुछ सीखा और जेल से रिहा होने के बाद बापू की तरह ही अहिंसक तरीके से रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई। इसी वजह से उन्हें अफ्रीका का गांधी कहा जाता है।

6- गांधी जी अपनी फोटो खिचंवाना बिल्कुल पसंद नहीं था।

7- वह अपने नकली दांत अपनी धोती में बांध कर रखा करते थे। केवल खाना खाते वक्त ही इनको लगाया करते थे।

8- उन्हें 5 बार नोबल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। 1948 में पुरस्कार मिलने से पहले ही उनकी हत्या हो गई।

9- श्रवण कुमार की कहानी और हरिश्चन्द्र के नाटक को देखकर महात्मा गांधी काफी प्रभावित हुए थे।

10- राम के नाम से उन्हें इतना प्रेम था की अपने मरने के आखिरी क्षण में भी उनका आखिरी शब्द राम ही था।

11- साल 1930 में उन्हें अमेरिका की टाइम मैगजीन ने मैन ऑफ दि ईयर उपाधि से नवाजा था।

12- 1934 में भागलपुर में भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए उन्होंने अपने ऑटोग्राफ के लिए पांच-पांच रुपये की राशि ली थी।

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13- क्या आपको इस बात की जानकारी है कि जब 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी तो महात्मा गांधी इस जश्न में नहीं थे। तब वे दिल्ली से हजारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में थे, जहां वे हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे। आजादी की निश्चित तिथि से दो सप्ताह पहले ही गांधीजी ने दिल्ली को छोड़ दिया था। उन्होंने चार दिन कश्मीर में बिताए और उसके बाद ट्रेन से वह कोलकाता की ओर रवाना हो गए, जहां साल भर से चला रहा दंगा खत्म नहीं हुआ था।

14- गांधीजी ने 15 अगस्त 1947 का दिन 24 घंटे का उपवास करके मनाया था। उस वक्त देश को आजादी तो मिली थी लेकिन इसके साथ ही मुल्क का बंटवारा भी हो गया था। पिछले कुछ महीनों से देश में लगातार हिंदू और मुसलमानों के बीच दंगे हो रहे थे। इस अशांत माहौल से गांधीजी काफी दुखी थे।

15. जिस देश के खिलाफ उन्होंने भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी, उसी देश ग्रेट ब्रिटेन ने उनकी मृत्यु के 21 साल बाद उनके सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।

16. गांधी जी फुटबॉल के बड़े फैन थे। जब वह साउथ अफ्रीका में रहा करते थे, तब उन्होंने प्रीटोरिया और जोहान्सबर्ग में दो फुटबाल क्लबों की स्थापना की। इसके अलावा गांधी जी ने सत्याग्रह के संघर्ष में अपने सहयोगियों के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग से 21 मील दूर 1100 एकड़ की एक छोटी कॉलोनी टॉल्स्टॉय फार्म की स्थापना की।

17. महात्मा गांधी का जन्मदिन और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन एक ही दिन होता है। जय जवान , जय किसान का नारा देने वाले शास्त्री जी का जन्म 1904 में हुआ था।

18. गांधी जी की शादी सिर्फ 13 साल की उम्र में हो गई थी। 1882 में उनकी शादी 14 बरस की कस्तूरबा के साथ करा दी गई थी।

19. छुआछूत का बर्ताव झेलने वाले दलित व पिछड़े लोगों को उन्होंने हरिजन का नाम दिया।

20. 1982 में गांधी मोहनदास करमचंद गांधी के जीवन पर बनी फिल्म ने बेस्ट मोशन पिक्चर के लिए एकेडमी पुरस्कार जीता।



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