हाइलाइट्स
हीरो वायर्ड ने कामकाजी और निजी महिलाओं के बीच एक सर्वे कराया.
यही करियर में आगे बढ़ने की राह में सबसे बड़ी बाधा है.
70 प्रतिशत महिलाओं का मानना है कि संतुलन साधना बड़ी चुनौती है.
नई दिल्ली. आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Womens Day) है और महिलाओं के सशक्तीकरण को लेकर आज तमाम दावे-वादे किए जाएंगे. लेकिन, हाल में हुए एक सर्वे में खुलासा हुआ है कि आखिर महिलाओं की सबसे बड़ी मुसीबत है क्या. खासकर कामकाजी महिलाओं के सामने ऐसा कौन-सी चुनौती सबसे ज्यादा होती है, जिसे सुलझाने वाली महिला की गिनती ‘वंडर वुमन’ में की जाने लगती है.
शिक्षा-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप ‘हीरो वायर्ड’ ने कामकाजी और निजी महिलाओं के बीच एक सर्वे कराया. इसमें पता चला है कि कामकाज और निजी जिंदगी के बीच संतुलन महिलाओं के लिए करियर में आगे बढ़ने की राह में सबसे बड़ी बाधा है. सर्वेक्षण के मुताबिक, 70 प्रतिशत महिलाओं का मानना है कि उनके लिए काम एवं जिंदगी के बीच संतुलन साधना बड़ी चुनौती बनी हुई है. इससे महिलाओं का करियर विकास भी प्रभावित होता है.
महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
सर्वेक्षण के मुताबिक, लगभग 77 प्रतिशत प्रतिभागियों का मत है कि पिछले वर्षों की तुलना में नेतृत्व वाले पदों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा है. ‘भारत में आधुनिक कार्यस्थलों में महिलाएं’ शीर्षक रिपोर्ट को दो लाख महिलाओं के बीच कराए गए सर्वेक्षण के आधार पर तैयार किया गया है. रिपोर्ट में एक अंतराल के बाद काम पर लौटने वाली महिलाओं को पेश आने वाली चुनौतियों का भी जिक्र किया गया है.
ब्रेक के बाद आती है ज्यादा मुसीबत
रिपोर्ट कहती है, ‘इन महिलाओं के लिए संपर्क से बाहर महसूस करना, कौशल में गिरावट को लेकर चिंता और नौकरी के उपयुक्त अवसर तलाशने में परेशानियां जैसे कारक बड़ी बाधाएं बनकर उभरते हैं.’ करियर में दोबारा सहज होने और आगे बढ़ने की इच्छा के बावजूद ये चुनौतियां अक्सर महिलाओं को कार्यस्थल में अपनी क्षमता का पूरी तरह लाभ उठाने से रोकती हैं.
महिलाओं के पास भी समान अवसर
59 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि आज के कार्यबल में महिलाओं के पास पुरुषों के समान अवसर हैं, जो कार्यस्थल समानता की दिशा में बदलती गतिशीलता को दर्शाता है. 78 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने नेतृत्व पदों पर अधिक महिलाओं की मौजूदगी से होने वाले लाभ को स्वीकार किया. बावजूद इसके महिला कर्मचारियों के लिए मददगार माहौल को बढ़ावा देने, पूर्वाग्रहों को दूर करने और पेशेवर विकास के लिए अवसर प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासों की जरूरत है.
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Tags: Business news in hindi, Indian women, International Women Day
FIRST PUBLISHED : March 8, 2024, 06:37 IST