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रूस की राजधानी मॉस्को के कॉन्सर्ट हॉल में हुए हमले में 140 लोग मारे गए और 182 घायल हुए। अब इस घटना को लेकर जांच-पड़ताल का सिलसिला जारी है। रूस ने अमेरिका से पूछा है कि क्या सच में इस अटैक के पीछे ISIS का हाथ था? रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, ‘क्या आप सुनिश्चित हैं कि इसके पीछे आईएसआईएस है? या फिर आप इसके बारे में फिर से सोच सकते हैं?’ दरअसल, इस्लामिक स्टेट (IS) समूह की अफगानिस्तान शाखा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली थी। एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने बताया कि एजेंसियों ने पुष्टि की है कि हमले के लिए आईएस समूह जिम्मेदार था।
हालांकि, कुछ रूसी नेताओं ने हमले के तुरंत बाद यूक्रेन की ओर उंगली उठाई थी, जबकि यूक्रेन ने इन आरोपों का दृढ़ता से खंडन किया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी संकेत दिया कि मॉस्को के कंसर्ट हॉल पर हुए हमले के तार यूक्रेन से जुड़े हैं। पुतिन ने कहा कि हमले में सीधे तौर पर शामिल सभी 4 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है। उन्होंने बताया कि वे भागने के दौरान सीमा पार कर यूक्रेन में घुसने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने उस दावे के लिए कोई सबूत उपलब्ध नहीं कराया। मालूम हो कि यह हमला रूस में काफी वर्षों में सबसे घातक था और इसने कंसर्ट हॉल को सुलगता हुआ खंडहर बना दिया।
यूक्रेन का हाथ होने का कोई सबूत नहीं: कमला हैरिस
अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने सोमवार को कहा कि इस आतंकवादी हमले में US को यूक्रेन का हाथ होने का कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने दावा किया कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह के आईएसआईएस-खुरासान का ही हाथ है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘मॉस्को में आतंकवादी हमले में यूक्रेन की संलिप्तता का कोई सबूत नहीं है। हम जो जानते हैं वह यह है कि जो कुछ भी हुआ उसके लिए ISIS-खुरासान वास्तव में जिम्मेदार है। हमें इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करनी चाहिए।’
क्या ताजिकिस्तान के रहने वाले हैं संदिग्ध?
वहीं, इस मामले में पकड़े गए 4 लोगों को रविवार को मॉस्को की अदालत में पेश किया गया और उन पर आतंकवाद का आरोप लगाया। सुनवाई के दौरान आरोपियों ने अदालत को चोट के निशान भी दिखाए। एक व्यक्ति तो बमुश्किल से होश में था। अदालत ने कहा कि 2 संदिग्धों ने अपराध कबूल कर लिया है। हालांकि, पहले रूसी मीडिया संस्थानों ने खबर में बताया था कि तीन या सभी चारों संदिग्धों ने अपराध काबूल कर लिया है। मामले के जांचकर्ताओं ने आतंकी हमले के लिए डेलरडजॉन मिर्जोयेव, सईदाक्रामी रचाबलीजोडा, मुखमदसोबिर फैजोव और शम्सीदीन फरीदुनी पर आरोप लगाया। इस अपराध में अधिकतम आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है। मीडिया की खबरों में इन सभी आरोपियों की पहचान ताजिकिस्तान के नागरिक के रूप में की गई है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)