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Pakistan Taliban Tension: कुछ दिनों से पाकिस्तान और तालिबान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। पहले खुद पर आतंकी हमले का आरोप लगाते हुए पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान में घुसकर एयरस्ट्राइक की। जिसमें तीन बच्चों समेत आठ की जान चली गई। जानकारी मिली है कि पाक-अफगान बॉर्डर पर तालिबान की तरफ से पाकिस्तानी सेना पर फायरिंग की गई है। गुरुवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का बड़ा बयान सामने आया। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि इस्लामाबाद काबुल के साथ जंग नहीं चाहता है। पाकिस्तानी सरकार का यह बयान तालिबान की धमकी के बाद आया है, जिसमें तालिबान ने अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद काबुल के साथ किसी तरह का युद्ध नहीं चाहता है। आसिफ ने वॉयस ऑफ अमेरिका से कहा, “हम अफगानिस्तान के साथ जंग नहीं चाहते हैं और बल प्रयोग अंतिम उपाय है।” रक्षा मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) और अन्य प्रतिबंधित संगठनों द्वारा पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवादी हमलों के कारण दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है।
इससे पहले पाकिस्तान ने सोमवार को खुफिया सूचना के आधार पर अफगानिस्तान में एक ऑपरेशन चलाया था। टीटीपी के हाफिज गुल बहादुर ग्रुप को निशाना बनाया। पाकिस्तानी सेना का आरोप है कि 16 मार्च को उत्तरी वजीरिस्तान में किए गए हमलों और कई आतंकवादी हमलों के लिए टीटीपी जिम्मेदार है। इस्लामाबाद ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी सेना पर किए गए घातक हमले के बाद की है। आतंकी हमले में पाकिस्तान के एक लेफ्टिनेंट कर्नल और कैप्टन सहित सात सैनिकों की मौत हो गई थी।
अफगानिस्तान में पाकिस्तान की सैन्य कार्रवाई को सीमा पार बढ़ते आतंकवाद के खिलाफ जरूरी संदेश बताते हुए आसिफ ने तालिबान सरकार से टीटीपी को नियंत्रित करने और पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध शुरू नहीं करने देने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा,“ हम इसे जारी नहीं रहने दे सकते हैं और अगर टीटीपी पाकिस्तान के खिलाफ अपने हमले को जारी रखता है तो इस्लामाबाद को जवाबी कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।”