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हॉलीवुड फिल्म “ब्लैक विडो” की कहानी के एक हिस्से को रूसी जासूसों द्वारा दोहराया गया है। कैदियों की ऐतिहासिक अदला बदली के परिणाम स्वरूप अमेरिका,रूस,बेलारूस, और जर्मनी ने अपने यहां कैद दूसरे देश के नागरिकों को रिहा किया। इसी अदला-बदली में रिहा होने वाले एक रूसी जासूस दंपत्ति के बच्चों डैनियल और सोफिया को इस बात का कोई अंदाजा नहीं था कि उनके माता पिता क्या है। दरअसल इनके माता पिता स्लोवेनिया में अर्जेंटीना के प्रवासी होने का नाटक करने वाले गुप्त रूसी जासूस थे। अन्ना डुल्टासेवा और आर्टेम डुल्टासेवा को बाद में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार उनके दो बच्चे सोफिया और डैनियल को गुरुवार को उनके साथ तुर्की से मॉस्को लाया गया। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि बच्चों को उनकी राष्ट्रीयता के बारे में तभी पता चला जब उन्होंने अंकारा से उड़ान भरी थी। दिलचस्प बात यह है कि जैसे ही वे मॉस्को में उतरे उनका स्वागत रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने स्पैनिश भाषा में किया क्योंकि वे रूसी नहीं जानते थे। पेसकोव ने कहा कि बच्चे इस बात से अनजान थे कि पुतिन कौन हैं, जब पुतिन ने उनका स्वागत किया तो बच्चों ने अपने माता पिता से पूछा कि यह कौन थे जिन्होंने उन्हें नमस्कार किया।
इससे पहले जैसे ही विमान का दरवाजा खुला रूसी जासूस अन्ना ने अपने आंसुओं को रोकते हुए रूसी राष्ट्रपति को गले लगा लिया। पुतिन ने भी उनका स्वागत बेहद ही गर्मजोशी के साथ किया। अन्ना और बाकी सभी रिहा किए गए रूसियों का भी स्वागत किया।
रिपोर्टों के अनुसार, रूस में हिरासत में लिए गए 16 लोगों के बदले क्रासिकोव( एक मशहूर रूसी हत्यारा)सहित कुल आठ लोगों को रूस वापस भेज दिया गया। डल्टसेव और डल्टसेवा दोनों को ज़ुब्लज़ाना अदालत में जासूसी के लिए दोषी ठहराया था। उन्हें जेल में समय बिताने की सजा सुनाई गई थी।
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स्लोवेनिया में गुप्त रूप से रहने वाला डल्टसेव खुद को लुडविग गिस्च नाम का एक आईटी व्यवसायी बताता था। उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और उसे डेढ़ साल से अधिक जेल की सजा सुनाई गई थी। दूसरी ओर, अन्ना डल्टसेवा खुद को मारिया रोजा मेयर मुनोस नामक आर्ट डीलर और गैलरी मालिक के रूप में प्रस्तुत कर रही थी। उन दोनों को निर्वासित करने की तैयारी थी।