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किलमोड़ा का पौधा इसे वनस्पति विज्ञान में बेस्वेरीज बरबेरिस के नाम से और आम भाषा में किलमोड़ा (दारुहल्दी) के नाम से जाना जाता है. कहते हैं ये एंटी डायबिटिक, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरपूर है. इसका तना, जड़, तने की छाल और पत्ते कई रोगों में असरदार होते हैं. इसकी जड़ को रात में पानी में भिगाया जाता है और लोग सुबह उसके पानी को पीते हैं. कहते हैं इससे ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर कंट्रोल में रहता है.