मनीष पुरी/भरतपुर. वैसे तो भरतपुर को सरसों उत्पादन की अधिक पैदावार के लिए जाना जाता है. लेकिन इसके अलावा यहां पर बनने वाला देसी शहद अब देश के साथ विदेश में अपनी छाप छोड़ रहा है. अब ये देसी शहद भरतपुर के रेलवे स्टेशन पर भी बिकना शुरू हो गया है. इस देसी शहद को यहां पर आने वाले पर्यटक काफी पसंद कर रहे हैं क्योंकि इस शहद को मधुमक्खी सरसों में आने वाले फूल से एकत्रित करती है जो काफी स्वादिष्ट होता है.
यह मधुमक्खी का शहद अब अलग-अलग फ्लेवर में रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध हो रहा है, जिसमें सबसे ज्यादा तुलसी और सरसों का शहर मिल रहा है. भरतपुर में सरसों के अधिक उत्पादन की वजह से यहां शहद का कारोबार बड़े स्तर पर किया जाता है. शहर विक्रेता सत्यदेव ने बताया कि वह 17 जनवरी से रेलवे स्टेशन पर शहद की बिक्री कर रहे हैं. प्रतिदिन रेलवे स्टेशन पर आने वाले ग्राहक इस शहद को खरीदते हैं. इनके अलावा यह शहद विदेश भी जाता है, क्योंकि यहां पर घूमने आने वाले पर्यटक भी भरतपुर के इस शहद को अधिक मात्रा में खरीदते हैं. भरतपुर के इस शहर की कीमत अलग-अलग प्रकार की होती है. हमारे यहां 50 ग्राम से लेकर 1 किलो तक के पैकेट में शहद मिल जाएगा. जिसकी कीमत ₹50 से लेकर ₹380 तक होती है.
यह भी पढ़ें- बेटियों ने दिया आइडिया, मां ने ₹2 हजार से की शुरुआत.. आज खड़ा कर दिया कारोबार, 2.5 लाख का हो रहा मुनाफा
कई बीमारियों में लाभदायक होता है शहद
शहद विक्रेता सत्यदेव ने लोकल 18 को बताया कि शहद का उपयोग शरीर के स्वास्थ्य के लिए काफ़ी लाभदायक होता है. जिसका उपयोग आंखों के लिए उसके साथ-साथ चेहरे पर चमक के लिए किया जाता है. यहां लंबे समय से हम शहद का कारोबार कर रहे हैं. सरसों उत्पादन क्षेत्र ऊंचा नगला गांव के पास खेतों में इन शहद के डिब्बे को रखा जाता है. जहां मधुमक्खियां शहद को एकत्रित कर डिब्बों में जमा करती हैं. उसके बाद उन्हें निकाला जाता है. शहद निकालने के बाद उसे रिफाइंड किया जाता है और उसके बाद अलग-अलग फ्लेवर डालकर उसे डिब्बों में पैक किया जाता है. भरतपुर के इस शहद की डिमांड इतनी है कि प्रतिदिन 10 किलो से अधिक शहद निकाला जाता है जो बिक जाता है.
.
Tags: Bharatpur News, Health, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : March 19, 2024, 15:02 IST