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Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच युद्ध की शुरुआत हो चुकी है। ईरान 1 अप्रैल को सीरिया में उसके टॉप कमांडर समेत 13 लोगों की मौत का बदला ले चुका है। अब बारी इजरायल की है। उसने भी वॉर कैबिनेट बुलाकर जवाबी हमले की घोषणा कर दी है। हालांकि हमला कब और कहां किया जाएगा? यह स्पष्ट नहीं किया है। इसकी संभावना पूरी है कि इजरायल यूं ही चुप नहीं रहने वाला। उधर, इजरायल पर 300 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन छोड़कर ईरान खुशी मना रहा है। ईरान ने ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस को सफल बताया है। यह और बात है कि ईरान द्वारा दागी गई मिसाइलों में से 99 फीसदी हवा में ही नष्ट कर दी गई। महज 7 मिसाइलें ही धरती तक पहुंच पाईं। ईरान ने इजरायल पर हमला करके जानबूझकर पश्चिम एशिया में नई जंग का आगाज कर दिया है। ईरान ने ऐसा क्यों किया? कौन था ईरान का टॉप कमांडर जनरल मोहम्मद रजा जाहेदी? जिसके लिए ईरान ने आधी दुनिया से दुश्मनी मोल ले ली।
जानकारी के लिए बता दें कि 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में ईरान ने अपने मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को खो दिया था। चार साल बाद ईरान ने इजरायली हमले में मोहम्मद रजा जाहेदी के रूप में अपना दूसरा सर्वोच्च कमांडर खोया है।
मामले की जानकारी रखने वाले बताते हैं कि ईरान ने इजरायल पर हमला अपनी इज्जत बचाने के लिए किया है। भले ही यह कदम उठाकर ईरान ने कइयों से दुश्मनी मोल ले ली है। इसका अंजाम क्या होगा? यह आने वाला वक्त बताएगा। फिलहाल ईरान और इजरायल के बीच जारी तनाव को लेकर पूरी दुनिया सकते में है। तमाम देश दुनिया को एक और महायु्द्ध से बचाने में लगे हैं।
ईरान ने सीरिया में उसके दूतावास पर हुए इजरायली हमले के एक दिन बाद 2 अप्रैल को ही चेतावनी दे दी थी कि वह चुप नहीं बैठेगा और हमले का जवाब जरूर देगा।
कौन था मोहम्मद रजा जाहेदी
ईरान का टॉप कमांडर ज़ाहेदी का जन्म 2 नवंबर 1960 को मध्य ईरान के इस्फ़हान में हुआ था। ईरान की 1979 की क्रांति के दो साल बाद, जब जाहेदी 19 वर्ष के थे, तब वह आईआरजीसी में शामिल हो गए। इसके तुरंत बाद, ईरान ने आठ साल तक युद्ध झेला, यह तब की बात है जब इराक के तत्कालीन तानाशाह सद्दाम हुसैन ने ईरान पर हमला बोल दिया था।
ज़ाहेदी धीरे-धीरे ईरान में अपनी पहुंच बढ़ाते रहे। 1983 से 1986 तक वह आईआरजीसी के रक्षा बलों की एक ब्रिगेड की कमान संभाल चुके थे। जाहेदी के नेतृत्व में ब्रिगेड ने ईरान के लिए कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों को अंजाम दिया। दुश्मन के लिए जाहेदी खौफ का दूसरा नाम बन चुके थे। इसके बाद जल्द ही उन्हें 14वें इमाम हुसैन डिवीजन के कमांडर के रूप में पदोन्नत किया गया। 1191 तक जाहेदी इस पद पर बने रहे।
2005 में जाहेदी ने कुछ समय के लिए रिवोल्यूशनरी गार्ड की वायु सेना के कमांडर का पद संभाला। इसी साल उन्हें आईआरजीसी ग्राउंड फोर्स की कमान सौंपी गई, इस पद पर वे तीन साल तक रहे। उस दौरान, उन्होंने थार-अल्लाह मुख्यालय के शीर्ष पर भी एक साल बिताया। 2016 से 2019 तक, ब्रिगेडियर जनरल के रूप में जाहेदी ने आईआरजीसी के डिप्टी के रूप में भी कार्य किया।