Sunday, November 16, 2025
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संजीवनी से कम नहीं ये हरे पत्ते…शुगर करें कंट्रोल, फैटी लीवर से दिलाएं राहत; वजन घटाने में भी रामबाण


शिखा श्रेया/रांची. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में डायबिटीज से लेकर वजन बढ़ाना आम समस्या हो चुकी है या फिर गठिया की प्रॉब्लम जो आजकल सिर्फ बुजुर्ग नहीं, बल्कि युवाओं के बीच भी देखी जा रही है. कुछ जड़ी बूटियां ऐसी होती हैं, जिनका सेवन करने से आपको ऐसे कई बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है और आप लंबे समय तक सेहतमंद और तंदुरुस्त रह सकते हैं.

दरअसल, हम बात करें चिरायता जड़ी बूटी की, जिसके कई जबरदस्त फायदे हैं. झारखंड की राजधानी रांची के जाने-माने आयुर्वेदिक डॉक्टर वी के पांडे बताते हैं कि चिरायता के कई फायदे हैं. इसको रात में पानी में डाल देना है और फिर उस पानी को सुबह खाली पेट पी लेना है.आप एक से दो गिलास पानी का सेवन कर सकते हैं. यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी कारगर मानी जाती है.

ये हैं चिरायता के फायदे

• चिरायता के प्रयोग से अपना वजन आसानी से कम कर सकते हैं. चिरायता में मौजूद मेथेनॉल आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ाकर आपका वजन कम करता है.
• किसी भी रोग को ठीक करने या उसे ना होने के लिए हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत होना जरूरी है. चिरायता में जिंक, पोटैशियम व मैग्निशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं.
• चिरायता स्वाद में कड़वा होता है. इसलिए ये भी करेला या नीम की तरह ही एक रक्त शोधक के रूप में काम करता है. जिससे आपकी स्किन प्रॉब्लम ठीक हो सकती हैं और चेहरे पर चमक आएगी. इसके साथ ही ये एनीमिया से भी आपको बचाता है.
• चिरायता हमें लीवर की विभिन्न समस्याओं से लड़ने में भी मदद करती है. फैटी लीवर, सिरोसिस और कई अन्य लीवर से संबंधित बीमारियों को चिरायता लीवर की कोशिकाओं को रिचार्ज करके दूर करता है. चिरायता को एक अच्छा लीवर डिटॉक्सीफायर माना जाता है.

• कब्ज पेट से जुड़ी हुई बीमारी है. चिरायता इसके इलाज के लिए एक बहुत अच्छा विकल्प है. इसके लिए चिरायता के पौधे से बना काढ़ा तब तक पीना चाहिए जब तक की कब्ज ठीक न हो.
• गठिया एक ऐसी बिमारी है, जिसमें जोड़ों में दर्द और कभी-कभी सूजन भी हो जाती है. चिरायता में सूजन को कम करने की क्षमता होती है. जिसके कारण ये गठिया से भी हमें बचाता है. इसके अलावा इसमें दर्द, सूजन और लालिमा के उपचार में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है.
• आंत हमारे शरीर के प्रमुख अंगों में से है. इसमें आई खारबी के कारण कई तरह के विकार हो सकते हैं. आंत की कई बीमारियां तो इसमें होने वाले कीड़ों से भी होती हैं. चिरायता में पाया जाने वाला एंथेल्मिनेटिक गुण हमारे आंत में मौजूद कीड़ों को ख़त्म करता है.
• चिराता इंसुलिन रिलीज को उत्तेजित करके और मांसपेशियों की कोशिकाओं द्वारा ग्लूकोज की मात्रा को बढ़ाकर ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में प्रभावी है. इसके अलावा इसका हर कुछ दिनों पर सेवन करने से डायबिटीज में कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है, जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है.

Tags: Health, Jharkhand news, Latest hindi news, Life style, Local18, Ranchi news



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