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शालिनी यादव ने बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाली वैपिंग और ई-सिगरेट के बढ़ते खतरे के खिलाफ तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया

शालिनी यादव ने बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाली वैपिंग और ई-सिगरेट के बढ़ते खतरे के खिलाफ तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया

 

मदर्स अगेंस्ट वैपिंग के प्रयासों की सराहना की

नई दिल्ली (04 दिसंबर, 2024): उत्तर प्रदेश की सामाजिक कार्यकर्ता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता शालिनी यादव ने भारत में बच्चों और युवाओं के बीच ई-सिगरेट और हीट-नॉट-बर्न (एचएनबी) प्रोडक्ट्स के बढ़ते प्रचलन पर चिंता जताई है। शालिनी यादव ने मदर्स अगेंस्ट वैपिंग (एमएवी) की पहल पर भी चर्चा की और उसकी सराहना की। एमएवी चिंतित माताओं का एक समूह है, जो भारतीय बच्चों एवं युवाओं के बीच वैप्स, ई-सिगरेट, हीट-नॉट-बर्न डिवाइस और निकोटीन पाउच जैसे नए निकोटीन डिलीवरी प्रोडक्ट्स के बढ़ते संकट से निपटने के लिए समर्पित है।

शालिनी यादव समाजवादी पार्टी की पूर्व नेता हैं। उन्होंने 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि2023 में वह भाजपा में शामिल हो गईं।

इन नए जमाने के गेटवे डिवाइसेज की भ्रामक एवं खतरनाक प्रकृति के बारे में शालिनी यादव ने कहा, “इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट और हीट-नॉट-बर्न उत्पादों जैसे नए जमाने के नशे के उपकरण अच्छे और आकर्षक लगते हैं। ये उत्पाद हमारे बच्चों को लुभा रहे हैं और निकोटीन की लत को तेज व ज्यादा खतरनाक बना रहे हैं। ये उत्पाद भारत में प्रतिबंधित हैं, लेकिन विदेशी कंपनियां गलत तरीकों से इन्हें देश में ला रही हैं, जिससे निकोटीन का सेवन करने वाली एक नई पीढ़ी तैयार हो रही है। आगे चलकर इन बच्चों के ड्रग्स का शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है।”

शालिनी यादव ने कहा, “यह एक ऐसी साजिश है जिसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते। इसे हर हाल में रोकना होगा। इसे लेकर तत्काल निर्णायक कार्रवाई की जानी चाहिए, नहीं तो यह खतरा न केवल हमारे बच्चों बल्कि देश के भविष्य को भी बर्बाद कर देगा। इस संदर्भ मेंमैं मदर्स अगेंस्ट वैपिंग ग्रुप को बधाई देना चाहूंगी, जो हमारे बच्चों को इन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज से बचाने और सुरक्षित रखने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी को इस लड़ाई में उनकी मदद करनी चाहिए।”

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला जैसे राजनीतिक दलों के अन्य लोगों ने भी वैप्स और ई-सिगरेट सहित इन फैंसी डिवाइसेज पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने की आवश्यकता के बारे में बात की है।

विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कई सम्मानित और जागरूक लोगों ने न केवल बच्चों और युवाओं में वैपिंग के मुद्दे को सामने रखा है, बल्कि मदर्स अगेंस्ट वैपिंग के प्रयासों का हिस्सा भी बने हैं। इनमें पद्मश्री, खेल रत्नव अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित डॉ. दीपा मलिक, अभिनेत्री-फिल्म निर्माता एवं राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता नंदिता दास, फुटबॉल लीजेंड बाइचुंग भूटिया, एथलीट व ओलंपियन दुती चंद, अभिनेत्री नेहा धूपिया और राजनीतिज्ञ व अभिनेत्री खुशबू सुंदर जैसी उल्लेखनीय हस्तियां शामिल हैं।

इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट (उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन) निषेध अधिनियम भारत में 2019 में लागू हुआ था।

मई 2023 मेंकेंद्र सरकार ने अधिनियम के सख्त क्रियान्वयन के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किए थे।

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने 2022 से अब तक 350 वैप-संबंधी उल्लंघनों की जानकारी दी है, जो वैप्स को लेकर एक ब्लैक मार्केट की मौजूदगी का संकेत देता है।

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