Saturday, November 16, 2024
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सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन और कैपरी स्पोर्ट महिला एथलीटों के लिए मासिकधर्म स्वास्थय जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने के लिए एकजुट हुए 

सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन और कैपरी स्पोर्ट महिला एथलीटों के लिए मासिकधर्म स्वास्थय जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने के लिए एकजुट हुए 

 लखनऊ- 3अकटूबर 2024सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन (एसएसएफ)जो किभारत में ज़मीनी स्तर से खेलों का विकास करने वाला गैर-लाभकारी संगठन है, महिला प्रीमियर लीगमें प्रतिस्पर्धा करने वाली यूपी वॉरियर्स, भारतीय महिला क्रिकेट टीमके समर्थन करने के लिए और कैपरी स्पोर्ट कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर), जिसने उत्तर प्रदेश में सिंपली पीरियड्स की पहल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, की पहल के लिए धन्यवाद करता है।

 इस व्यापक पहल का उद्देश्य मासिक धर्म स्वास्थय, सांस्कृतिक पाबंदियों जैसी महत्वपूर्ण समस्याओं और वे एथलेटिक के प्रदर्शन को कैसे प्रभावित करते हैं, इसका समाधान करके 1000 से अधिक महिला एथलीटों को सशक्त बनाना है। इस पहल की वर्कशॉप शिक्षा, सहायता और व्यावहारिक उपकरणों पर केंद्रित है, जिसका उद्देश्य राज्य भर में महिला एथलीटों के समग्र कल्याण और एथलेटिक विकास में सुधार करना है।

 सिंपली पीरियड्स पहल 2025तक जारी रहेगी, जिससे महिला एथलीटों को उनके मासिक धर्म चक्र स्वास्थय, पोषण और समग्र कल्याण के प्रबंधन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध होंगे। इसमें स्वास्थय से जुड़े पेशेवरों द्वारा प्रस्तुत व्याख्यान और सेमिनार और चालू शिक्षण के लिए एक ऑनलाइन संसाधन केंद्र तक पहुंच शामिल होगी। इस पहल से प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ और गाज़ियाबाद सहित उत्तर प्रदेशन के लगभघ 60क्षेत्रों के एथलीटों को लाभ होगा।

 सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन के संस्थापक अंकित नागोरी ने पहले के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा, सिंपली पीरियजड्स पहल जागरुकता से परे है – यह कलंकों को दूर करने और उन चुनौतियों पर काबू पान के बारे में हैं जिनका महिला एथलीटों को रोज़मर्रा में सामना करना पड़ता है। कैपरी स्पोर्ट की मदद से, हम उत्तर प्रदेश में हज़ारों महिला एथलीटों के खेल अनुभव और उनके स्वास्थय में काफी सुधार करना चाहते हैं।

 रिसर्च से यह पता चलता है कि मासिक धर्म स्वास्थय महत्वपूर्ण है लेकिन महिलाओं के एथलेटिक प्रदर्शन में इसकी अनदेखी की जाती है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थय सर्वेक्षण (एनएचएफएस-5), के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 23%महिलाओं की मासिक धर्म स्वच्छता उत्पादों तक पहुंच नहीं है। हाल के अध्ययनों से यह पता चलता है कि 70.1% महिला एथलीटों को अपने मासिक चक्र की जानकारी तक नहीं है। लगभग 38% महिलाओं ने थकान और मनोदशा में बदलाव के कारण प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की सूचना दी, विशेष रूप से प्रारंभिक कूपिक चरण में। विश्व स्तर पर, खेल विज्ञान अध्ययन प्रतिभागियों में से केवल 34%महिलाएं हैं, जिनमें से केवल 6%मासिक धर्म चक्र पर केंद्रित हैं।

 कैपरी स्पोर्टस की निदेशक जिनिशा शर्मा ने कहा, सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन के साथ हमारा सहयोग शिक्षा और स्वास्थय के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने के हमारे मिशन के साथ पूरी तरह मेल खाता है। खेल प्रशिक्षण में अक्सर अनदेखा किए जाने वाले पहलू, मासिक धर्म स्वास्थय को संबोधित करके, हम महिला एथलीटों के लिए अधिक समावेशी और सहायक वातावरण बना रहे हैं। यह एथलीटों और प्रशिक्षकों को समग्र प्रशिक्षण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक ज्ञान से लैस करने के बारे में, जो कि महिला एथलीटों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पहचानता है ताकि प्रत्येक एथलीट आगे बढ़ सके, चाहे उनके मासिक चक्र का दिन या चरण कोई भी हो।

 यूपी खेल विभाग में क्षेत्रीय खेल अधिकारी और स्पोर्टस कॉलेज लखनऊ के प्रिंसिपल श्री अजय कुमार सेठी ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, हम एथलीटों के बीच जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देन में उनके अमूल्य प्रयासों के लिए सिंपली स्पोर्ट फाउंडेशन और यूपी वॉरियर्स की सराहना करते हैं। यह पहल खेलों में समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

 सिंपली पीरियड्स पहल सिंपल स्पोर्ट फाउंडेशन और यूपी वॉरियर्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका लक्ष्य ज़मीनी स्तर के खेलों को मज़बूत करना और एथलीटों के सहयोग के लिए प्रमुख खामियों को दूर करना है। इस पहल का उद्देश्य एथलीटों को शारीरिक, मानसिक और मासिक धर्म स्वास्थ के उन पहलुओं के बारे में शिक्षित करना है जिनकी पारंपरिक खेल प्रशिक्षण में अक्सर उपेक्षा की जाती है। एसएसएफ और यूपी वॉरियर्स का इरादा एक निष्पक्ष और स्थायी वातावरण स्थापित करना है जो इन समग्र तत्वों को शामिल करके महिला एथलीटों को मैदान पर और बाहर सफल होने में सक्षम बनाएगा। यह पहल एथलीटों, प्रशिक्षकों और चिकित्सा विशेषज्ञों के बीच मासिक धर्म और टीम वर्क के बारे में स्पष्ट बातचीत को प्रोत्साहित करके महिला एथलीटों द्वारा सामना किए जाने वाले मुद्दों को संबोधित करने का भी प्रयास करती है।

 यह पहल खेलों में मासिक धर्म से जुड़ी त्रुटियों को कम करने का प्रयास करती है। मासिक धर्म स्वास्थय और प्रजनन स्वास्थय के बारे में जागरूकता बढ़ाने से, एथलीट अपने मासिक चक्रों को बेहतर ढंग से ट्रैक करने, अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रबंधन करने और अपने समग्र प्रदर्शन में सुधार करने में सक्षम होंगे। यह प्रयास खिलाड़ियों और कोच के बीच बातचीत को बढ़ावा देता है, जिससे कि एक अधिक सहायक माहौल बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है जो महिला एथलीटों की विशेष स्वास्थय आवश्यकताओं को पहचानता है।

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