टाटा मोटर्स नेयूएन-समर्थित लीडइट पहल के साथ भागीदारी की, नेट-ज़ीरो उत्सर्जन की दिशा में तेजी से रुख करने में मिलेगी मदद
मुंबई, 12 फरवरी, 2024: टाटा मोटर्स, ऑटोमोटिव उद्योग की अग्रणी कंपनी है, ने लीडरशिप ग्रुप फॉर इंडस्ट्री ट्रांजिशन (लीडइट) के साथ भागीदारी करने की घोषणा की है। लीडइट एक वैश्विक गठजोड़ है, जिसे स्वीडन और भारत की सरकारों ने सितंबर 2019 में यूएन क्लाइमेट एक्शन समिट में लॉन्च किया था। लीडइट के सदस्य के तौर पर टाटा मोटर्स दुनिया की सबसे बेहतरीन पद्धतियों की ताकत का फायदा उठाएगी, नीति-निर्माण को प्रभावित करेगी और दूसरे सदस्यों के साथ मिलकर अपने क्लाइमेट एक्शन प्लान्स को मजबूत करेगी। इस तरह,नेट-ज़ीरो उत्सर्जन का रुख करने की दिशा में तेजी आएगी।
इस घटना के बारे में टाटा मोटर्स के वाइस प्रेसिडेंट एवं चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर एसजेआर कुट्टी ने कहा, ‘’हम लीडइट के साथ भागीदारी करके उत्साहित हैं। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो पर्यावरण को स्थिर बनाने के लिये हमारे गहन समर्पण को दिखाती है। 2040 तक अपने यात्री वाहनों और 2045 तक अपने वाणिज्यिक वाहनों के व्यवसाय में शून्य उत्सर्जन हासिल करने के लिये हमारा संकल्प पर्यावरण के अनुकूल भविष्य के लिये हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। लीडइट के साथ जुड़कर हम इन महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के करीब जाने के लिये प्रेरित होते हैं। स्थायित्वपूर्ण बदलाव की दिशा में हमारा सफर आसान होता है। इस साझेदारी से ना सिर्फ हम तेजी से नेट-ज़ीरो की ओर ट्रांजिशन करने के करीब आयेंगे बल्कि यह ऑटोमोटिव उद्योग में बदलाव के वातावरण को भी प्रेरित करेगा। हमें लीडइट से जुड़ीं दूसरी अग्रणी कंपनियों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं। हम साझा जानकारियों और संयुक्त प्रगति के लिये एक गतिशील परितंत्र बनाएंगे। साथ मिलकर हमारा मकसद ऑटोमोटिव उद्योग को आगे ले जाना और सभी के लिये स्थायित्वपूर्ण भविष्य का समर्थन करना है।’’
टाटा मोटर्स का ग्रुप में स्वागत करने को लेकर ग्रुप का उत्साह बताते हुए, स्वीडन की जलवायु एवं पर्यावरण मंत्री और लीडइट की को-चेयर रोमिना पौरमोखतारी ने कहा, ‘‘यह सदस्यता सप्लाई चेन के एक विश्व-अग्रणी मैन्युफैक्चरर की नेट ज़ीरोके लिये महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता का संकेत देती है। हमारे उद्योग का कायाकल्प करने में मांग के संकेत महत्व रखते हैं। बदलाव की चुनौतियों वाले क्षेत्रों में बातचीत को बढ़ावा देना और भागीदारियों को मजबूत करना जलवायु में उत्सर्जनों को कम करने का मूल है। स्वीडन में उद्योग पर्यावरण के अनुकूल औद्योगिक बदलाव कर रहा है और हमें दुनियाभर में बदलाव को प्रेरित करने की आशा है। हम अपने अग्रणी भागीदारों के समूह में टाटा मोटर्स को देखने के लिए उत्सुक हैं।’’
टाटा मोटर्स शून्य-उत्सर्जन वाले उत्पादों, नवीकरण-योग्य ऊर्जा, चक्रीय अर्थव्यवस्था, वाटर न्यूट्रैलिटी और जैव-विविधता में उल्लेखनीय प्रगति करते हुए स्थायित्व को व्यवसाय के कायाकल्प के रूप में अपना रही है। कंपनी नवीकरण-योग्य ऊर्जा की 109 एमडब्ल्यू क्षमता स्थापित कर चुकी है और अगले तीन वर्षों में लगभग 300 एमडब्ल्यू और भी जोड़ने की योजना में है। इस तरह से वह एक आरई100 कंपनी बन सकेगी। पिछले 3 वर्षों में टाटा मोटर्स ने अपने स्कोप 1+2 उत्सर्जनों की तीव्रता को 44% कम किया है। वह कम उत्सर्जन वाले, पावरट्रेन के अन्य कई विकल्पों के साथ इलेक्ट्रिक एवं शून्य उत्सर्जन वाहनों की क्रांति कर रही है। इससे उसके स्कोप 3 उत्सर्जनों में ज्यादा डीकार्बनाइजेशन होगा।
चक्रीय अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों के अनुसार, टाटा मोटर्स सर्वांगीण बदलाव के लिये मटेरियल्स, एनर्जी, लाइफटाइम और यूटिलाइजेशन में काम कर रही चक्रीय अर्थव्यवस्था की एक रूपरेखा ‘तत्व’को चला रही है। कंपनी ने विभिन्न शहरों में पाँच Re.Wi.Reसुविधाएं भी स्थापित की है। यह सुविधाएं वाहन के जीवनचक्र की समाप्ति पर न्यूनतम फुटप्रिंट छोड़ते हुए अधिकतम महत्व प्राप्त करने के लिये हैं। टाटा मोटर्स पानी बचाने के लिये समर्पित है। कंपनी अपने तीन संयंत्रों में वाटर न्यूट्रल या पॉजिटिव स्टेटस हासिल कर रही है। कंपनी अपने व्यवसाय की रणनीति में प्रकृति एवं जैव-विविधता को भी शामिल कर रही है। इसके परिचालन की जगहों पर प्राकृतिक आवासों का संरक्षण किया जा रहा है। यह वैल्यू चेन में लक्ष्यों को जानने और उन्हें निर्धारित करने के लिये वैज्ञानिक विधियों के अनुसार है। अपनी वैल्यू चेन के बाहर भी इसने संरक्षण की प्रमुख परियोजनाओं से सकारात्मक असर डाला है। यह उपलब्धियाँ स्थायित्व के लिये टाटा मोटर्स की प्रतिबद्धता और उद्योग में उसका नेतृत्व दिखाती हैं।