लेबनान में सक्रिय उग्रवादी संगठन हिजबुल्लाह पर इजरायल ने बीते दिनों टेक्नोलॉजिकल वारफेयर के जरिए हमला बोला था। इजरायल ने हिजबुल्लाह के लड़ाकों के इस्तेमाल में आने वाले पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके करा दिए थे। इन धमाकों में लगभग 50 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 3000 लोग घायल हो गए थे। यही नहीं इससे हिजबुल्लाह को करारा झटका लगा है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट के चलते हिजबुल्लाह के लड़ाके बड़ी संख्या में जख्मी हुए हैं। हालात यह हैं कि 1500 को तो लड़ाई के मैदान से ही हटना पड़ा है।
इन लोगों को इजरायल के पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट से ऐसा दर्द मिला कि कुछ लोगों की तो आंखों की रोशनी तक चली गई तो वहीं कई के हाथ ही उड़ गए। अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह के पास 40 से 50 हजार लड़ाके हैं। यह एक बड़ा आंकड़ा है। हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरुल्लाह का कहना है कि हमारे पास एक लाख से ज्यादा लड़ाके हैं। अब तक इजरायल ने पेजर और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट को लेकर कुछ कहा नहीं है, लेकिन लेबनान का कहना है कि उसे इजरायल का ही हाथ लगता है।
इजरायल की ओर से उसके बाद से ही लेबनान पर हवाई हमले भी जारी हैं। इन हमलों में करीब 500 लोगों की मौत हो चुकी है। हालात ऐसे हैं कि लेबनान की शिया समुदाय के नेतृत्व वाली सरकार पसोपेश में है। इजरायल का कहना है कि वह हिजबुल्लाह पर हमले जारी रखेगा और उसे भी हमास की तरह नेस्तनाबूद करेगा। यही नहीं मंगलवार को ऐसी कई तस्वीरें भी इजरायल की ओर से जारी की गई थीं, जिसमें लेबनान में घरों में मिसाइल और अन्य हथियार रखे हुए थे। बता दें कि इजरायली हमले में हिजबुल्लाह के एक कमांडर की भी मौत हो गई है।