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दिल्ली पुलिस ने एनबीएफसी से 20 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में कार्डियर फूड्स एंड बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड और जीबीएल केमिकल लिमिटेड के अधिकारियों को गिरफ्तार किया है.

Delhi Crime News: लोक सेवक लीसिंग एंड इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड यानी एनबीएफसी के साथ अब तक की सबसे बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इस मामले में दिल्ली पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा ने कार्डियर फूड्स एंड बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड और जीबीएल केमिकल लिमिटेड जैसी कंपनियों के प्रमुख अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों पर मुख्य आरोपी रामकांत पिलानी की मदद से एनबीएफसी से 20 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का आरोप है. आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके यह ठगी की थी.
दिल्ली पुलिस की ईओडब्ल्यू के अनुसार, 10 जुलाई 2024 को लोक सेवक लीसिंग एंड इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एनबीएफसी) नामक कंपनी ने गणेश बेंज़ोप्लास्ट लिमिटेड, जीबीएल केमिकल लिमिटेड और उनके निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में बताया गया था कि जनवरी 2024 में जीबीएल केमिकल लिमिटेड ने एनबीएफसी से फंड्स की मांग की थी. आरोपियों ने कंपनी के व्यवसाय के बारे में झूठी जानकारी दी थी. झूठे दस्तावेजों के जरिए एनबीएफसी से 20 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण जीबीएल केमिकल लिमिटेड ने हासिल किया.
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
ईओडब्ल्यू की जांच में पता चला कि रामकांत पिलानी इस धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड था. वह पहले गणेश बेंज़ोप्लास्ट लिमिटेड और मि. जीबीएल केमिकल लिमिटेड का निदेशक और सीईओ था. उसने अजीत कुमार जेना और गोपाल चतुर्वेदी के साथ मिलकर गणेश बेंज़ोप्लास्ट लिमिटेड और जीबीएल केमिकल लिमिटेड के नाम पर फर्जी बोर्ड रेज़ोल्यूशन्स तैयार किए और एनबीएफसी से 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्राप्त की. इसके बाद, आरोपियों ने उक्त राशि को विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर लिया, जिन पर उनका नियंत्रण था. रामकांत पिलानी पहले से ही न्यायिक हिरासत में है. इस मामले में अब अजीत कुमार जेना तथा गोपाल चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया गया है.
February 26, 2025, 23:24 IST