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Mathura News: यूपी की मथुरा पुलिस ने एक इनामी बदमाश को एनकाउंटर में ढ़ेर कर दिया. वह इतना शातिर था कि हर शहर में एक नया नाम और नई पहचान के साथ रहता था.

यूपी पुलिस से मुठभेड़ में गैंगस्टर असद ढ़ेर हो गया.
हाइलाइट्स
- मथुरा पुलिस ने इनामी बदमाश असद को एनकाउंटर में ढेर किया.
- असद पर 36 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे.
- असद हर शहर में नाम और हुलिया बदलता था.
मथुराः 12 नाम, 36 मुकदमे और उसकी दहशत से कई शहरों के लोग कांप उठते थे. एक शख्स ने उत्तर प्रदेश पुलिस की नाक में दम कर रखा था. एसटीएफ को असद की लंबे समय से तलाश थी, लेकिन वह बार-बार हुलिया और शहर बदल लेता था. उसे पकड़ पाना पुलिस के लिए बहुत टेढ़ी खीर थी. फिर अचानक मथुरा पुलिस की टीम को खुफिया इनपुट मिला और पुलिस ने जाल बिछा दिया. जैसे ही पुलिस ने उसे घेरा तो बदमाश ने फायरिंग शुरू कर दी. एनकाउंटर में वह ढ़ेर हो गया.
मथुरा में पुलिस ने एक लाख के इनामी बदमाश फाती उर्फ असद को ढे़र कर दिया. असद पर 36 से ज्यादा मुकदमे थे. पुलिस लंबे अर्से से उसकी तलाश कर रही थी. SSP शैलेश पांडेय ने बताया- रविवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि थाना हाईवे के कृष्णा कुंज कॉलोनी के एक घर में फाती अपने 3 साथियों के साथ छिपा है. SSP ने बताया- मैं पुलिस टीम के साथ वहां पहुंचा और घेराबंदी की. पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी और भागने लगे. पुलिस ने पीछा करके बदमाशों को रुकने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने फायरिंग जारी रखी.
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जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. इसमें एक गोली फाती के लग गई. खून से लथपथ होकर वह जमीन पर गिर पड़ा. उसे नजदीक अस्पताल लेकर गए. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. अंधेरे का फायदा फाती के तीनों साथी फरार हो गए. जगह-जगह बैरिकेडिंग पर उनकी जंगलों में तलाश की जा रही है. मथुरा पुलिस के मुताबिक, असद पुत्र यासिन हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर का रहने वाला था. वह छैमार गिरोह का सरगना था. उस पर 36 से ज्यादा लूट, डकैती और हत्या के केस दर्ज थे. यूपी के अलावा राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में भी FIR दर्ज थीं. उसके पास से ऑटोमैटिक गन, पिस्टल, खोखे और जिंदा कारतूस मिले हैं.
12 से अधिक नाम, हर शहर में नाम और हुलिया बदलता था बदमाश. फाती का एक नाम नहीं, बल्कि वसीम, असद, पहलवान, बबलू, यासीन, मोहसिन समेत 12 नाम थे. फाती जिस नए शहर में जाता, वहां नए नाम के साथ रहने लगता, ताकि पुलिस उसे पकड़ न सके. नाम के साथ-साथ वह अपना हुलिया भी बदलता रहता था. पुलिस के मुताबिक, फाती के गिरोह में घुमंतू जाति के सैकड़ों सदस्य शामिल हैं. सदस्यों के पास अलग नाम और पते के आधार कार्ड और वोटर आईडी भी होती थीं. 2016 में फाती को STF लखनऊ यूनिट ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उसने बताया था कि लूट और डकैती करना उसका खानदानी पेशा है.
उसे जेल भेजा गया था, लेकिन उसने फर्जी जमानतदार लगाए थे. जेल से बाहर आने के बाद वह फरार हो गया. उसके जमानतदार भी नहीं मिल रहे थे. 2021 में फाती के खिलाफ जौनपुर में गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज हुआ था, तब उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था.
Mathura,Mathura,Uttar Pradesh
March 09, 2025, 12:41 IST