हर बच्चे की प्रतिभा को दे रहे निखार: क्लासमेट आल राउंडर ने समग्र शिक्षा को लेकर राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दृष्टिकोण के प्रति जताई प्रतिबद्धता
- क्लासमेट ऑल राउंडर (सीएआर) एक इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी है, जो छात्रों को व्यापक विकास का मौका देते हुए अपने अंदर के ऑल राउंडर को पहचानने का मंच देता है।
- एनईपी द्वारा सुझाए गए विविध कौशल में प्रतिस्पर्धा का मौका देते हुए देशभर में मल्टी-स्किल चैलेंज के माध्यम से सीएआर हर बच्चे की अनूठी क्षमताओं का जश्न मनाता है और उन्हें अपनी अनूठी प्रतिभा दिखाने का मौका देता है
- सीएआर के तीसरे संस्करण में 14 शहरों के 700 से ज्यादा शीर्ष स्कूलों के 2.1 लाख से ज्यादा छात्रों ने हिस्सा लिया, जो समग्र शिक्षा (होलिस्टिक एजुकेशन) को लेकर बढ़ते रूझान को दिखाता है
नई दिल्ली, 10 अप्रैल, 2025: भारत के अग्रणी नोटबुक एवं स्टेशनरी ब्रांड आईटीसी क्लासमेट ने नई दिल्ली में भव्य राष्ट्रव्यापी फाइनल के साथ अपने फ्लैगशिप प्रोग्राम क्लासमेट ऑल राउंडर (सीएआर) के तीसरे संस्करण का समापन किया है। फाइनल में देशभर के 60 प्रतिभाशाली छात्रों ने हिस्सा लिया। एसेसमेंट के दो राउंड के बाद फाइनल के लिए इन छात्रों को चुना गया था। फाइनल में पहुंचे इन छात्रों ने प्रतिष्ठित ऑल राउंडर टाइटल के लिए प्रतिस्पर्धा की। फाइनल में चार-चार छात्रों की दो टीमें विजयी रहीं। एक विजेता टीम जूनियर कैटेगरी (कक्षा 6 से 8) और दूसरी सीनियर कैटेगरी (कक्षा 9 से 12) से थी। प्रत्येक विजेता छात्रों को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और क्लासमेट ऑल राउंडर 2024 ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
सभी छात्रों को अपने अंदर के ऑल राउंडर की पहचान में मदद करने और उनकी क्षमता को बाहर निकालने के दृष्टिकोण के साथ क्लासमेट ने एक इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी के तौर पर क्लासमेट ऑल राउंडर की संकल्पना की है। यह स्कूली छात्रों को क्रिटिकल थिंकिंग एवं लॉजिकल रीजनिंग, सांस्कृतिक जागरूकता, पर्यावरण एवं सस्टेनेबिलिटी, स्पोर्ट्स एवं फिटनेस, एथिक्स एवं वैल्यूज जैसी मल्टी-डायमेंशनल स्किल्स के साथ-साथ क्रिएटिविटी, पब्लिक स्पीकिंग एवं परफॉर्मिंग आर्ट्स जैसी स्किल्स में प्रतिस्पर्धा करने का मौका देता है। इससे उन्हें अपनी अनूठी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौका भी मिलता है। इससे सुनिश्चित होता है कि प्रत्येक छात्र इस तेजी से बदलती दुनिया के लिए खुद को तैयार कर सके।
2024 संस्करण में भारत के प्रमुख मल्टी स्किल इंटर-स्कूल चैलेंज सीएआर का आयोजन कई महीनों में किया गया, जिसमें 14 शहरों के 700 स्कूलों के 2.1 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया।
इसके फाइनल में जज के तौर पर कई प्रतिष्ठित हस्तियों ने हिस्सा लिया और पिछले संस्करणों से बनी उत्कृष्टता की परंपरा को आगे बढ़ाया। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशंस (सीआईएससीई) के चेयरपर्सन डॉ. जोसेफ एमैनुएल ने मुख्य अतिथि के तौर पर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। निर्णायक पैनल में अपूर्व चमारिया (ग्लोबल हेड, वेंचर कैपिटल एंड स्टार्ट अप पार्टनरशिप एवं लेखक) और मनोज मित्तल (संस्थापक, डीएवी यूनाइटेड) शामिल रहे।
आईटीसी लिमिटेड के एजुकेशन एंड स्टेशनरी प्रोडक्ट्स बिजनेस डिवीजन के चीफ एक्जीक्यूटिव श्री विकास गुप्ता ने कहा, ‘मैं क्लासमेट ऑल राउंडर के 2024 के संस्करण के सभी विजेताओं को बधाई देता हूं। साथ ही मैं स्वयं की प्रतिभा को जानने और क्षमताओं के विकास की दिशा में इस शानदार ज्ञानवर्धक सफर का हिस्सा बने अन्य सभी प्रतिभागियों को भी शुभकामनाएं देता हूं। क्लासमेट ऑल राउंडर को छात्रों को एक ऐसा मंच प्रदान करने के लिए बनाया गया है, जहां उनकी अनूठी प्रतिभाओं को निखारा जा सके और उनकी ऑल राउंडर उपलब्धियों को सम्मान मिले। इसके माध्यम से हमारा लक्ष्य एक ऐसा एजुकेशनल इकोसिस्टम बनाना है, जहां समग्र विकास को केंद्र में रखा जाए। क्लासमेट राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उल्लेखित बहुपक्षीय कौशल प्राप्त करने में छात्रों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। इससे देशभर में छात्रों का चहुंमुखी विकास होगा।’
श्री गुप्ता ने आगे कहा, ‘क्लासमेट का ध्येय वाक्य है ‘सीखने का आनंद लो’ (एन्जॉय लर्निंग) और हम भारतीय छात्रों के सीखने के सफर के सच्चे साथी बनने के लिए तैयार हैं। क्लासमेट छात्रों की उपलब्धियों का जश्न मनाने और हर बच्चे के भीतर की अनूठी प्रतिभा को पहचान दिलाने के लिए समर्पित है।’
सीआईएससीई के चेयरपर्सन डॉ. जोसेफ एमैनुएल ने कहा, ‘क्लासमेट ऑल राउंडर प्रोग्राम समग्र शिक्षा की परिवर्तनकारी ताकत को दिखाता है। इन छात्रों ने संतुलित विकास का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिसकी संकल्पना हमने एनईपी 2020 के माध्यम से की है।’
क्लासमेट ऑल राउंडर 2024 का आयोजन 3 राउंड में किया गया: स्कूल के स्तर पर, शहर के स्तर पर और राष्ट्रीय फाइनल के रूप में। छात्रों को जूनियर (कक्षा 6 से 8) और सीनियर (कक्षा 9 से 12) श्रेणियों में बांटा गया, जिससे सभी बच्चों को उनकी उम्र के हिसाब से प्रतिभा दिखाने का सही और बराबरी का मौका मिल सके।
राष्ट्रीय फाइनल में मूल्यांकन की तीन श्रेणियां थीं। छात्रों ने पहले टीम प्रजेंटेशन के माध्यम से अपनी इंटेग्रेटिव लर्निंग की प्रतिभा दिखाई। इसके बाद क्विज राउंड हुआ, जिसमें उनकी क्रिटिकल थिंकिंग और सामान्य ज्ञान को परखा गया। अंत में सिचुएशनल क्यू एंड ए सेशन हुआ, जहां जजों ने प्रतिभागियों की सोचने की क्षमता और व्यावहारिक चुनौती के दौरान अपनी जानकारी के इस्तेमाल की क्षमता को परखा।
बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए सभी सीएआर असेसमेंट में एकेडमिक पाठ्यक्रम का ध्यान रखा गया था और इन्हें संबंधित विषयों के एनसीईआरटी, एससीईआरटी, एनईपी एवं एनसीएफ कमेटियों के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किया गया था।
इस प्रोग्राम के माध्यम से एनईपी के पांच प्रमुख स्तंभों के तहत प्रतिभागी छात्रों को परखा गया:
- क्रिटिकल थिंकिंग (साक्षरता, अंकगणित, वैज्ञानिक समझ)
- भारतीय सांस्कृतिक जागरूकता
- पर्यावरण एवं सस्टेनेबिलिटी
- स्पोर्ट्स एवं फिटनेस
- एम्पैथी, एथिक्स एवं वैल्यूज
क्लासमेट की शैक्षणिक पहल सीएआर तक ही सीमित नहीं है। क्लासमेट अपनी ऑग्मेंटेड रियलिटी बेस्ड नोटबुक के माध्यम से सभी छात्रों की पसंद के एसटीईएम विषयों पर इमर्सिव लर्निंग को बढ़ावा देती है। एडुगेम्स में बाइट साइज्ड गेम मिलते हैं, जिनमें लॉजिकल एवं न्यूमेरिकल स्किल्स को परखने का मौका मिलता है। इसके अलावा मायक्लासमेट एप के तहत स्किल बिल्डिंग गेम्स खेलने का मौका मिलता है। ब्रांड लगातार देशभर के विभिन्न शिक्षा बोर्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिसे पढ़ाई को ज्यादा प्रयोगात्मक एवं आनंददायक बनाया जा सके।