हाइलाइट्स
अयोध्या में तैयार हो रहे भगवान राम के मंदिर के निर्माण में लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
राम मंदिर के निर्माण के लिए अब तक चंदे के तौर पर करीब 5000 करोड़ से अधिक का दान मिला है.
नई दिल्लीः अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे और इस दौरान भगवान राम की मूर्ति स्थापित करके प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी. भगवान राम के मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल हुई सभी चीजें बेहद खास हैं. इस मंदिर को बनाने में छड़ का इस्तेमाल नहीं किया गया है. निर्माण के दौरान इस मंदिर की मजबूती पर खास ध्यान दिया गया है. भूकंप रोधी बनाने के लिए मंदिर में लोहे की जगह पत्थर का ज्यादा इस्तेमाल किया गया है.
सीआईएसआर-सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीबीआरआई), रूड़की के निदेशक प्रोफेसर रामंचरला प्रदीप कुमार ने राम मंदिर के निर्माण को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘पत्थर का जीवन अन्य निर्माण सामग्रियों की तुलना में बहुत अधिक है, इसलिए हमने इसका उपयोग किया है. राम मंदिर के निर्माण में जिस पत्थर का उपयोग किया गया है वह बहुत लचीला है. हमने लोहे के उपयोग से भी परहेज किया है क्योंकि इसमें जंग लग जाती है. हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि मंदिर की संरचना भूकंप प्रतिरोधी हो.’
VIDEO | “Life of stone is much more than other construction materials, so we have used that. The stone that has been used to build the Ram Temple is very resilient. We have also avoided the use of iron as it rusts. We have also made sure that the structure is earthquake… pic.twitter.com/N47V6yBE3q
— Press Trust of India (@PTI_News) January 8, 2024
बता दें कि राम मंदिर के निर्माण के लिए अब तक चंदे के तौर पर करीब 5000 करोड़ से अधिक का दान मिला है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में ही अब तक 3200 करोड़ रुपये आ चुके हैं. राम मंदिर ट्रस्ट ने देश के 11 करोड़ लोगों से 900 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था. लेकिन दिसंबर तक भगवान राम मंदिर के लिए करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हो चुका है. राम मंदिर के खासियत की बात करें तो मंदिर के अंदर पांच अलग-अलग मंडप होंगे, जिसमें नृत्य, रंग, सभा, कीर्तन और प्रार्थना मंडप शामिल हैं.
मंदिर के पहले मंजिर के गर्भगृह में राम का दरबार सजेगा. राम मंदिर की लंबाई 380 फीट, 250 फीट चौड़ाई और ऊंचाई 161 फीट है. मंदिर के नजदीक एक पुराने समय का सीता कूप बना है, जिसके चारों तरफ सूर्य, भगवती, गणेश, शिव के मंदिर होंगे. इसके अलावा मंदिर के उत्तर और दक्षिण दिशा में मां अन्नपूर्णा और हनुमान जी का मंदिर बनाया जा रहा है. इस मंदिर में कुल 3 मंजिल होंगे. प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फुट होगी. कुल 392 खंभे और 44 द्वारा बनाए गए हैं. मंदिर में लोहे का उपयोग नहीं किया गया है और न ही धरती के ऊपर कंक्रीट बिछाई गई है.
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Tags: Ayodhya Ram Temple, Ram Mandir
FIRST PUBLISHED : January 9, 2024, 07:19 IST


