नई दिल्ली: भारत से पंगा लेकर मालदीव ने बड़ी गलती कर दी है. आलम यह है कि अब भारतीयों ने मालदीव का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है. इसका असर मालदीव के पर्यटन पर पड़ रहा है, जो उसकी आय का मुख्य स्रोत है. मगर मालदीव प्रकरण से एक और देश ने सबक ले ली है और भारत को भरोसा दिलाया है कि वह उसकी तरह चीन की जाल में फंसकर नहीं झुकेगा. बांग्लादेश ने भारत को भरोसा दिलाया है कि वह चीन के आगे नहीं झुकेगा और भारत को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमन ने कहा कि भारत ने हमारी आजादी के लिए खून बहाया है और हमारा सबसे बड़ा मददगार रहा है, इसलिए हमारे रिश्ते कभी खराब नहीं होंगे.
चीन के साथ संबंधों पर क्या बोला बांग्लादेश
चीन के साथ संबंधों व भारत और मालदीव के बीच मौजूदा राजनयिक टकराव से पड़ने वाले प्रभावों पर इंडिया टुडे ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमन से बातचीत की है. एक सवाल-इस क्षेत्र में चीन का प्रभाव बढ़ रहा है, चाहे मालदीव हो या बांग्लादेश, इसे आप कैसे देखते हैं- के जवाब में उन्होंने कहा कि यह धारणा गलत है. बांग्लादेश में चीन का बहुत प्रभाव नहीं है. चीन एक डेवलपमेंट पार्टनर है. वे हमारे कुछ प्रोजेक्ट्स में या तो ठेकेदार के रूप में या विशेषज्ञ के रूप में मदद कर रहे हैं. मगर आप देखें कि हमें चीन से कितना पैसा मिला है, तो यह जीडीपी के 1 फीसदी से भी कम है. इस तरह यह कुछ भी नहीं है.
चीन के आगे नहीं झुकेगा बांग्लादेश
उन्होंने आगे कहा, एक और प्रोपेगेंडा चल रहा है कि बांग्लादेश चीन का कर्जदार होता जा रहा है. एक देश, दूसरे देश के कर्ज में तभी डूबा हो सकता है, जब उसकी विदेशी उधारी 55 फीसदी से अधिक हो. हमारी कुल उधारी केवल 13.6 फीसदी है. भारत में जो यह डर है, वह वास्तविक नहीं है. चीन दोस्त और डेवलपमेंट पार्टनर है. हम काफी सोच-समझकर कोई भी सहायदा या फंड लेते हैं. इसलिए लोगों को नहीं डरना चाहिए कि बांग्लादेश चीन या फिर चीनियों के आगे झुक जाएगा.
पीएम मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी पर क्या कहा
पीएम मोदी के खिलाफ मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी को लेकर बांग्लादेशी विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमन ने कहा कि हमारे समाज में हमारे अपने मूल्य निर्धारण में हम आम तौर पर दूसरों का सम्मान करते हैं और अपने नेताओं से इसी तरह की अपेक्षा रखते हैं. इसलिए हमारा मानना है कि हमें गरिमा और पद का सम्मान करना चाहिए.

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर क्या कहा
वहीं, भारत-बांग्लादेश रिलेशन पर उन्होंने कहा कि हमारा रिश्ता पहले से ही बहुत मजबूत है. यह सिर्फ आज की बात नहीं है, क्योंकि हमारे जन्म के समय यानी स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत ही सबसे बड़ा मददगार था. उन्होंने आज़ादी के लिए हमारी तरह खून बहाया. तो हमारे पास एक ऐतिहासिक कारण है. और फिर, हाल के वर्षों में हमारी प्रधानमंत्री शेख हसीना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने बहुत अच्छा तालमेल और संबंध विकसित किया है. पीएम मोदी ने इसे स्वर्णिम अध्याय बताया है और हम इस पर आगे बढ़ना चाहते हैं. हमने एक रणनीतिक साझेदारी विकसित की है, इसलिए हम भारत और बांग्लादेश और अन्य सभी पड़ोसियों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए आगे बढ़ेंगे.
.
Tags: Bangladesh, China, Maldives
FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 07:16 IST


