Thursday, June 26, 2025
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शेख शाहजहां मछुआरा कैसे बना संदेशखाली का बेताज बादशाह? बांग्‍लादेश में तो ED पर हमला करने वाला


प्रवर्तन न‍िदेशालय (ईडी) पर हमले को 50 द‍िन से ज्‍यादा हो चुके हैं, जब पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का खलनायक फरार है. 7 फरवरी से संदेशखाली में महिलाओं का आंदोलन भी शुरू हुआ उसे भी दो हफ्ते से ज्‍यादा का समय हो चुका है लेकिन अब भी संदेशखाली के भगोड़े ‘भाई’ का कोई अता पता नहीं है. ईडी की तरफ से चार समन जारी किए जा चुके हैं, लेकिन शेख शाहजहां पुलिस की गिरफ्त दूर बना हुआ है. उत्तर 24 परगना के संदेशखाली ब्लॉक में टीएमसी के इस नेता के ऊपर ईडी पर हमले, महिलाओं के यौन उत्पीड़न और राशन घोटाले में शामिल होने के संगीन आरोप हैं. शाहजहां शेख के ऊपर आरोप है कि महिलाओं की सुंदरता को देखकर उनका उत्पीड़न करता था. उसने गुर्गों के दम पर अपना साम्राज्य कायम कर रखा था.

42 साल का शेख शाहजहां अपने क्षेत्र में ‘रॉबिनहुड’की इमेज रखता है और दबंगई का आलम ऐसा कि लोग उसे शाहजहां ‘भाई’ के नाम से बुलाते हैं. शाहजहां के नाम से इलाके में बाजार और खेल का मैदान भी हैं. शेख ने छोटे से मछुआरे के तौर पर अपना जीवन शुरू किया था, लेकिन देखते ही देखते वो मछली पालन वाली बेल्ट का बेताज बादशाह बन गया. शाहजहां को बाइकों का खास शौक है.

जानिये कैसे एक छोटा सा मछुआरा बना संदेशखाली का बेताज बादशाह
मत्‍स्‍य पालन और ईंट भट्टों के कारोबार के बढ़ने के साथ वह 2004 यून‍ियन का नेता बन गया और राजनीत‍िक जान पहचान बढ़ने के साथ ही सीपीएम में शामिल हो गया. 2011 में शाहजहां टीएमसी में शामिल हुआ और मौजूदा समय में संदेशखली से ज‍िला पर‍िषद सदस्‍य भी है.

उसकी पकड़ स्‍थानीय लोगों में भी इतनी जबर्दस्‍त है क‍ि जब ईडी की टीम उनके आवास पर छापेमारी करने पहुंची थी तो उनके समर्थक उग्र व ह‍िंसक हो गए और 3 अध‍िकारियों को घायल भी कर दिया और कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया. टीएमसी में शामिल होने के बाद शाहजहां पूर्व मंत्री ज्‍योत‍िप्र‍ियो मल्‍ल‍िक का कृपापात्र बन रसा और आरोप है कि ज्योतिप्रिय के खाद्य मंत्री रहते हुए शाहजहां ने उनके साथ मिलकर राशन घोटाले में अहम भूमिका निभाई. यही कारण है कि ईडी उनके घर छापेमारी के लिए पहुंचा थी.

ज्‍योत‍िप्र‍ियों मल्‍ल‍िक को गत 23 अक्‍टूबर, 2023 को ईडी ने राशन घोटाले को लेकर ग‍िरफ्तार क‍िया था, जिसके बाद शाहजहां का नाम सामने आया. बिल्कुल भारत बांग्लादेश सीमांत पर रहने वाले शेख शाहजहां पर आरोप है कि उसका व्यापार भारत ही नहीं बल्कि बांग्लादेश तक फैला है. बांग्लादेश में भी उसकी घर, संपत्ति, व्यापार हैं. यही कारण है कि शक किया जा रहा है कि शेख शाहजहां गुरुवार की घटना के बाद बांग्लादेश भाग गया हो.

शाहजहां भले ही पुलिस की गिरफ्त से दूर हो लेकिन ईडी पर हमले के बाद शाहजहां ने एक ऑडियो भी जारी किया, जिसमें उसने लोगों से ईडी से न डरने की अपील की थी. साथ ही शाहजहां दो बार कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा चुका है, जहां उसे मुंह की खानी पड़ी है. एक बार शाहजहां ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर ये कहा कि मुझे अपना बात रखने का मौका दिया जाए, जबक‍ि कोर्ट ने न सिर्फ उसे फटकार लगाई बल्कि पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए. उसके बाद शाहजहां कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी भी लगा चुका है, जिसे भी कोर्ट ने ये कहकर खारिज कर दिया कि उसे तुरंत आत्मसमर्पण करना चाहिए. शाहजहां के दो गुर्गे उत्तम सरदार और शीबू हाजरा गिरफ्तार भले हो गए हो, लेकिन शाहजहां अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.

Tags: West bengal



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