हिजबुल्लाह के गढ़ लेबनान में इजरायल का हमला जारी है। इसके चीफ सैयद हसन नसरल्लाह के साथ कई हिजबुल्लाह कमांडरों का खात्मा करने के बाद अब इजरायली सेना लेबनान में जमीनी हमला करने की योजना बना रही है। सोमवार सुबह लेबनान की राजधानी बेरूत में इजरायली सेना ने पहली बार घुसपैठ की और हवाई हमलों में एक इमारत को उड़ा दिया। इस हमले में पीएफएलपी के तीन नेताओं को मार डाला। पीएफएलपी एक आतंकी संगठन है, जो खुद को फिलिस्तीनियों का हितैषी बताता है। इसके उदय से लेकर और हथियार और ट्रेनिंग देने के पीछे चीन और रूस पर आरोप लगते रहे हैं। इजरायल से इसकी दशकों पुरानी दुश्मनी है। बीते साल सात अक्टूबर को हुए भीषण हमले के बाद इस संगठन ने जमकर जश्न मनाया था। उस हमले में इसकी कथित तौर पर भागीदारी भी सामने आई थी।
सोमवार सुबह इजरायली सेना ने लेबनान की राजधानी बेरूत में एक इमारत को उड़ा दिया। इस भयावह हमले में पीएफएलपी के सैन्य सुरक्षा विभाग के प्रमुख मुहम्मद अब्देल आल, लेबनान में पीएफएलपी के सैन्य कमांडर इमाद अवदा और अब्दुल रहमान अब्देल आल मारे गए। हिजबुल्लाह ने इन नेताओं के मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
क्या है PFLP
पीएफएलपी का मतलब पॉपुलर फ्रंट फॉर द लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन से है। पीएफएलपी को अमेरिका , यूरोपीय संघ , कनाडा और इजरायल सहित दुनिया भर की सरकारों द्वारा आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है। 1967 में एक फिलिस्तीनी युवक जॉर्ज हबाश ने इस संगठन की नींव रखी थी। सोवियत रूस और चीन पर इस संगठन से नजदीकी के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि सोवियत रूस के टूटने के बाद यह कुछ समय के लिए कमजोर जरूर हुआ, लेकिन इसने इजरायल पर हमले जारी रखे। यह संगठन खुद को फिलिस्तीनियों का हितैषी बताता है। गाजा में यह हमास के साथ लंबे समय तक जुड़ा रहा। इजरायल का मानना है कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए भीषण नरसंहार में हमास के साथ इस संगठन की भी भूमिका थी। उस हमले में 1200 इजरायलियों की मौत हो गई थी। जिसके बदले में इजरायल ने गाजा में लाशों का ढेर लगा दिया। गाजा में कम से कम 44 हजार लोग मारे गए। सात अक्टूबर को भीषण हमले के बाद पीएफएलपी ने अपनी वेबसाइट और टेलीग्राम पर कथित तौर से जश्न के वीडियो और तस्वीरें पोस्ट की थी।
मासूमों की मौत का जिम्मेदार
अपनी स्थापना के बाद से यह आतंकवादी समूह आत्मघाती बम विस्फोटों, गोलीबारी और हत्याओं के अलावा नागरिकों से कूरता में बदनाम रहा है। इसने 1960 और 1970 के दशक में कई एयरलाइनों को हाईजैक किया, जिसमें यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका के हजारों नागरिक शामिल थे। यह अनगिनत मासूमों की मौतों का जिम्मेदार है।
इजरायल से दशकों पुरानी दुश्मनी
इजरायल से इसकी दशकों पुरानी दुश्मनी है। 1976 में इसने फ्रांस से तेल अवीव जाने वाली उड़ान को हाईजैक किया था। 2001 में पीएफएलपी ने इजरायल के पर्यटन मंत्री रेहाम ज़ेवी की हत्या कर दी थी। इस आतंकवादी समूह ने 2014 में यरूशलम स्थित एक प्रार्थनास्थल पर हमला किया। जिसमें चार पुजारियों और एक इजरायली पुलिस अधिकारी की मौत हो गई थी। अगस्त 2019 में पीएफएलपी ने इजरायली नागरिकों को फिर निशाना बनाया और कत्लेआम किया। पीएफएलपी ने कभी भी इजरायल को मान्यता नहीं दी। यह लगातार हिंसा के जरिए “फिलिस्तीन की इजरायल से मुक्ति” का आह्वान करता रहा है।