संतोष इदुनुरी
यह कहानी है तेलंगाना के एक युवक की. यह युवक किसी कारोबारी परिवार से नहीं आता है. उसके घर की माली हालत भी ठीक नहीं थी. लेकिन, उसके मिजाज में कारोबार करना था. फिर उसने पढ़ाई के साथ अपना काम शुरू किया और आज 45 से 50 हजार रुपये मंथली का शुद्ध मुनाफा कमाता है. उसने परिवार और अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए पढ़ाई करने के बाद शाम में सड़क किनारे खाने-पीने की चीजों की एक दुकान लगाई.
राज्य के पेड्डापल्ली जिले के गोदावरीखानी के रहने वाले इस युवक का नाम संतोष है. वह अभी ग्रेजुएशन कर रहा है. लेकिन, परिवार का आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से वह पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पा रहा था. फिर उसने सड़क किनारे पाव भाजी की दुकान लगाने की योजना बनाई. फिर वह दिन में कॉलेज और शाम में खाने की दुकान लगाने लगा. वह शाम 6 से रात 10 बजे तक पाव भाजी बेचता है. उसके पाव-भाजी का स्वाद लाजवाब था.
फिर धीरे-धीरे उसके यहां ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी. संतोष के परिवार और उसके खर्च की भरपाई होने लगी. लेकिन, कुछ ही दिनों में संतोष की ये दुकान काफी लोकप्रिय हो गई. उसके यहां उम्मीद से ज्यादा ग्राहक आने लगे. फिर क्या था. उसकी कमाई बढ़ गई और आज वह हर माह करीब 45 हजार रुपये का मुनाफा कमा रहा है.
न्यूज18 से बातचीत में संतोष ने कहा कि वह सभी खर्च निकालकर हर रोज करीब 1500 रुपये कमा रहा है. वह इस पार्ट टाइम बिजनेस की सफलता से काफी खुश है. उन्होंने आर्थिक तंगी झेल रहे छात्रों से अपील की कि वे पढ़ाई छोड़े बिना कमाई पर ध्यान दें. आप अपना कोई छोटा-मोटा कारोबार कर पढ़ाई जारी रख सकते हैं. कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता.
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Tags: Success Story
FIRST PUBLISHED : January 10, 2024, 15:44 IST